Maharajganj News : फरेंदा में चला अवैध अस्पतालों पर शिकंजा, जांच में खुलने लगे राज

    18-Oct-2025
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महराजगंज। स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम ने शुक्रवार को तहसील क्षेत्र में एक निजी अस्पताल और एक प्रसव केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर में बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर संचालित पाया गया। जिसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया।

साथ ही अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। बिना पंजीकरण के प्रसव केंद्र का संचालित होता मिला। इसके बाद टीम ने केंद्र को सील कर दिया।

जिलाधिकारी के निर्देश पर हो रही कार्रवाई पर अवैध अस्पतालों का संचालन करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है। निजी अस्पतालों की जांच में धांधली की पोल खुल रही है।

जिले में 110 पंजीकृत निजी अस्पताल हैं लेकिन संचालित इससे अधिक हो रहे हैं। अस्पतालों की जांच में खामियां सामने आ रही है। शुक्रवार को एसडीएम फरेंदा शैलेन्द्र गौतम की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने निजी अस्पतालों की जांच की। जांच दौरान एक निजी अस्पताल में अनियमितता मिली है। अस्पताल में कोई भी प्रशिक्षित डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ मौजूद नहीं था। अस्पताल में भर्ती एक नवजात व महिला को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरेंदा भेजा गया।


चिकित्सा विभाग ने पाया कि अस्पताल में जैव अपशिष्ट (मेडिकल वेस्ट) के सुरक्षित निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं थी जो स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए गंभीर खतरा बन सकती है। इसके अलावा अस्पताल परिसर में अवैध रूप से संचालित एक मेडिकल स्टोर भी पाया गया। मेडिकल स्टोर बिना लाइसेंस के चल रहा था और इसे तुरंत सील कर दिया गया। चिकित्सा विभाग से हॉस्पिटल के लाइसेंस को रद्द करने की सिफारिश की।

यह कार्रवाई जिले में स्वास्थ्य सेवा के मानकों को बनाए रखने और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई है। दूसरी तरफ फरेंदा बुजुर्ग क्षेत्र में सूचना के आधार पर उपजिलाधिकारी फरेंदा शैलेन्द्र गौतम की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम कार्रवाई की गई। इस दौरान क्षेत्र में एक अवैध प्रसव केंद्र को सील किया गया। जांच में पाया गया कि केंद्र में दवाइयां, मेडिकल उपकरण और पर्चे रखे गए थे।

स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां अक्सर गुप्त तरीके से गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराया जाता है। साथ ही कुछ महिलाओं द्वारा यहां गर्भपात की शिकायत भी की गई थी। चिकित्सा विभाग ने इस केंद्र के सील करते हुए कार्रवाई के लिए जिम्मेदारों को अवगत कराया।