अब मनरेगा मजदूरों को भी देना होगा जीवित होने का प्रमाण, ई-केवाईसी और फेस ऑथेंटिकेशन अनिवार्य
07-Oct-2025
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UP News : पेंशन प्राप्त करने वालों की तरह अब मनरेगा मजदूरों को भी जीवित होने का प्रमाण देना होगा तभी जॉब कार्डधारकों को काम मिल सकेगा। इसके लिए ई-केवाईसी और फेस प्रमाणीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। जनपद में कुल 2,38,802 जॉब कार्डधारकों में 2,26,338 एक्टिव हैं। सभी सक्रिय कार्डधारकों को अनिवार्य रूप से जीवित होने का प्रमाण देना होगा।
मनरेगा मजदूरों को अब जीवित प्रमाण पत्र प्रस्तुत करके बताना होगा कि वह जिंदा हैं। जनपद में मनरेगा योजना के तहत सक्रिय 2,26,338 मजदूरों की ई-केवाईसी कराई जाएगी। इसके तहत मजदूरों को फोटो भी देना होगा। साथ ही दो से तीन बार पलक झपकाने का वीडियो भी अपलोड करना होगा। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम से ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया है।
यह दायित्व मनरेगा सेल के जिम्मे होगा। ई-केवाईसी के लिए मोबाइल पर नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम के साथ आधार फेस प्रमाणीकरण एप भी इंस्टॉल करना होगा। इसके माध्यम से मनरेगा मजदूरों के जीवित होने का प्रमाण पत्र अपलोड होगा।