Maharajganj News : महराजगंज में बड़े बदलाव की आहट ! इन दो फोरलेन प्रोजेक्ट को मिली रफ़्तार
15-Nov-2025
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महराजगंज। फरेंदा से केएमसी मेडिकल कॉलेज और केएमसी से पिपरा बाबू बाईपास तक दो फोरलेन मार्ग को लेकर राहतभरी खबर आयी है। फोरलेन के लिए आवश्यक जमीनों के सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अगली चरणकी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। दो सड़कों के मरम्मत की भी मंजूरी मिल गई है। फरेंदा से केएमसी 26 और केएमसी से पिपरा बाबू तक 8 किमी लंबा फोरलेन बनाया जाना है।
जानकारी के अनुसार, शहर में बढ़ती भीड़-भाड़ और जाम की समस्या से निजात दिलाने के उद्देश्य से एनएच 730 पर किमी फरेंदा से केएमसी के बीच फोरलेन बाईपास बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। बाईपास पिपरा बाबू से लेकर केएमसी डिजिटल अस्पताल से होते हुए फरेंदा रोड तक प्रस्तावित है।
इन दोनों मार्गों के निर्माण से शहर के कोर क्षेत्रों में जाम की स्थिति में उल्लेखनीय कमी आएगी और बाहरी क्षेत्रों में यातायात का सुचारू प्रवाह सुनिश्चित होगा।
परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। थ्री-ए ड्राफ्ट तैयार करने के लिए उप भूमि अध्याप्ति विभाग ने फरेंदा और सदर तहसील को निर्देश भेजे थे। प्रभावित गांवों के गाटों, रकबा और भूमि की श्रेणी का सत्यापन कार्य पूरा हो चुका है।
फोरलेन बाईपास के लिए ए ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है। प्रभावित गांवों के गाटा, रकबा और भूमि की श्रेणी की जांच पूरी कर इसे एनएचएआई को भेज दिया गया है। अब जल्द ही थ्री-ए नोटिफिकेशन जारी होगा। इसके बाद किसानों की भूमि के अंतिम मिलान की प्रक्रिया शुरू होगी। सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी प्रभावित किसान सूची से बाहर न रहे।
इसके बाद फाइनल गजट अधिसूचना जारी की जाएगी। एनएचएआई की ओर से बताया गया है कि परियोजना की डीपीआर रिपोर्ट तैयार करने का कार्य गुरुग्राम स्थित कंपनी को सौंपा गया है। कंपनी सर्वे, डिजाइन, लागत अनुमान और निर्माण से संबंधित सभी बिंदुओं को शामिल करते हुए डीपीआर का प्रारूप तैयार करेगी।
इन गांवों की भूमि होगी अधिग्रहित
फोरलेन बाईपास परियोजना के तहत सदर व फरेंदा तहसील के दर्जनों गांवों की भूमि अधिग्रहित की जाएगी। इनमें सदर तहसील क्षेत्र के जंगल दुधई उर्फ चेहरी, पिपरा रसूलपुर कांध, पकड़ी, सिसवा बाबू, रुद्रापुर, महुअवा, चौपरिया, पिपरदेउरा, वरवा विद्यापति, मठिया-2, रुदलापुर, गौनरिया बाबू, बांसपार बैजौली, सवना, गोपाला, सतभरिया, मुजहना खुर्द, सवरेजी और पिपरा बाबू शामिल हैं।