Maharajganj News : सहालग में ज़हर ! नेपाल बॉर्डर से मसालों में मिलावट का बड़ा खेल बेनकाब
24-Nov-2025
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महराजगंज। सहालग के सीजन में नेपाल सीमा से लगे जनपदों में मसाले में मिलावट का खेल शुरू हो गया है। सस्ते रेट पर नेपाल से मसाले मंगा कर मिलावट के बाद गोरखपुर, कानपुर, लखनऊ समेत अन्य बड़ी मंडियों में पहुंचाया जा रहा है। सहालग में मसालों की मांग अधिक होने से मिलावट का धंधा तेज हो गया है। कुछ मसाले भारत से नेपाल ले जाकर खपाए जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, नेपाल से सोनौली के रास्ते रोजाना लाखों रुपये के मसाले गोरखपुर शहर के कई इलाकों में खपाए जा रहे हैं। वहीं, गोरखपुर से जीरा, धनिया और कबाब चीनी जैसे मसाले नेपाल के भैरहवा भेजे जा रहे हैं।
साहबगंज मंडी से लेकर शाहमारूफ और पांडेयहाता के विभिन्न इलाकों में होलसेलर तस्करी के इन सामानों को खरीदकर गांव-देहातों में खपा रहे हैं। तस्करी के कारोबार से धंधेबाज मालामाल हो रहे हैं लेकिन सरकार को रोजाना लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
मिलावट को लेकर खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से समय-समय पर कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद भी यह धंधा कम नहीं हो रहा है। मसाले, तेल-रिफाइंड, दाल आदि खाद्य पदार्थों में मिलावट की जा रही है। मसालों में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली हल्दी, मिर्च, धनिया, काली मिर्च, जीरा में अत्यधिक मिलावट की जा रही है।
थोक में असली दालचीनी 900 रुपये किलो से अधिक के भाव बिकती है लेकिन नकली दालचीनी 250 से 300 रुपये प्रति किलो में मिल जा रही है।
चीन के बिलीलीफ पौधे की छाल एकदम दालचीनी जैसी होती है। धंधेबाज नेपाल से सस्ता मसाला लाकर मिलावट करके बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो धंधेबाजों ने नकली जीरा और नकली सौंफ बनाने के बाद अब नकली काली मिर्च भी बाजार में उतार दी है।
मुनाफे के लिए जिसे काली मिर्च बताकर बेचा जा रहा है, वह पिचका मटर है। उस पर काली पॉलिश करके काली मिर्च बना दिया जा रहा है।