Maharajganj News : कड़ाके की ठंड से कांप उठा महराजगंज ! अलर्ट मोड में प्रशासन, तेज किया राहत कार्य
24-Dec-2025
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महराजगंज। इंडो-नेपाल बार्डर से सटा सीमावर्ती जिला महराजगंज में इन दिनों भीषण शीतलहर और कड़ाके की ठंड की चपेट में है। हिमालय की तलहटी में बसे होने के कारण यहां का तापमान तेजी से गिरा है, जिससे ठंड अत्यधिक बढ़ गई है।
बर्फीली पछुआ हवाओं व घने कोहरे ने पूरे जिले को अपनी आगोश में ले लिया है। इस स्थिति को देख जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। राहत कार्यों में तेजी ला दी गई है। डीएम संतोष कुमार शर्मा ने ठंड के प्रकोप को देखते हुए राहत कार्यों की कमान संभाल ली है। जिले में शीतलहर से बचाव के लिए युद्धस्तर पर प्रयास जारी हैं।
जिला राहत आपदा प्राधिकरण व राजस्व कर्मियों के साथ बैठक कर सभी कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की समीक्षा की जा रही है। सभी रैन बसेरों की सघन जांच की जा रही है। ताकि कोई भी व्यक्ति खुले में सोने को मजबूर न हो। 1109 स्थानों पर जले अलाव, 2875 कंबल वितरित जिले में 882 ग्राम पंचायतें व 191 नगर निकायों के वार्ड हैं।
डीएम ने सभी जगह अलाव जलाने का निर्देश दिया है। मंगलवार को जिले में 1109 चिन्हित स्थानों पर अलाव जलवाने की व्यवस्था की गई है। नगरीय क्षेत्रों में मंगलवार की सुबह तक 258 प्रमुख स्थानों पर अलाव जलने की सूचना है। रैन बसेरा में 22 दिसंबर से अभी तक 514 लोग ठहर चुके हैं। एडीएम डॉ. प्रशांत कुमार ने निर्देश जारी किया है कि अन्य सभी आइडेंटिफाई स्थानों पर भी तत्काल अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
इसके साथ ही जिले के लगभग 2875 जरूरतमंद व पात्र लोगों के बीच निशुल्क कंबल का वितरण कराया जा चुका है। जिससे गरीबों को ठंड से फौरी राहत मिल सके। दिन का तापमान सामान्य से आठ-दस सेल्सियस नीचे लुढ़का विशेषज्ञों के मुताबिक तराई क्षेत्र में दिसंबर के महीने में रातें ठंडी होती रही हैं, लेकिन इस वर्ष लगातार कोहरे की अवधि लंबी दर्ज की जा रही है।
आमतौर पर दोपहर तक धूप कोहरा साफ कर देता है लेकिन इस बार अपर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन व वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के गठजोड़ ने ऐसी स्थिति पैदा की है जो 90 के दशक के मध्य में देखी गई थी। तराई क्षेत्र में होने की वजह से जिले की हवा में पहले से ही नमी अधिक होती है। अपर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन उस नमी को घने कोहरे में बदल देता है। यह कोहरा इतना मोटा होता है कि सूरज की किरणें इसे भेद नहीं पातीं, जिससे कोल्ड डे की स्थिति बनी रहती है।
यही कारण है कि दिन का तापमान सामान्य से 8 डिग्री सेल्सियस से 10 डिग्री सेल्सियस तक नीचे बना हुआ है। प्रशासन ने लोगों से अपील किया है कि बहुत जरूरी होने पर ही घर से शरीर को पूरी तरह गर्म कपड़ों से ढक कर बाहर निकलें। जिला आपदा प्राधिकरण लगातार मौसम के मिजाज पर नजर बनाए हुए है। एडीएम डॉ. प्रशांत कुमार ने कहा कि राहत कार्यों में किसी भी स्तर पर शिथिलता बरतने वाले कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।