अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. एस.एस. कुमार ने बताया कि अस्पताल में न्यूट्रिशन रिहैबिलिटेशन सेंटर (एनआरसी) यानी पोषण पुनर्वास केंद्र भी संचालित है, जहां कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों की पहचान ओपीडी में की जाती है। जरूरत के अनुसार उन्हें भर्ती कर समय-समय पर पोषण युक्त आहार और आवश्यक दवाएं दी जाती हैं।
एनआरसी में बच्चों की देखभाल के लिए वातानुकूलित कमरे, साफ-सुथरे बिस्तर, खेलने के लिए खिलौने और अटेंडेंट को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था है। बच्चों के साथ उनकी मां को भी उचित रहने और पोषण युक्त भोजन के साथ प्रतिदिन ₹100 की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
इसके अलावा बच्चों की नियमित जांच विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा की जाती है और आवश्यकता अनुसार सभी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं।