इन बसों की मनमानी से उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम को हर महीने लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। यात्रियों की संख्या रोडवेज बसों में घटती जा रही है, जबकि निजी बसें अवैध रूप से भरपूर कमाई कर रही हैं।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। एक तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई गई है, जिसमें नौतनवा के उप जिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी नौतनवा और परिवहन विभाग के पीटीओ को शामिल किया गया है। यह टीम डग्गामार बसों की गतिविधियों पर नजर रखेगी और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की संस्तुति करेगी।