मामले की पृष्ठभूमि के अनुसार, 2 फरवरी 2022 को तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार पांडेय ने गश्त के दौरान सूचना के आधार पर एक संगठित वाहन चोरी गैंग का पर्दाफाश किया था। जांच में सामने आया कि वाजिद अली, निवासी हमीद नगर, नौतनवा, इस गैंग का सरगना था। उसके साथ विजय यादव (निवासी मुडिला, थाना नौतनवा) और आदित्य यादव (निवासी महरी, थाना परसामलिक) गैंग के सक्रिय सदस्य थे।
यह गैंग आर्थिक और भौतिक लाभ के लिए वाहनों की चोरी कर उन्हें बेचता था और उस पैसे से चल-अचल संपत्ति अर्जित करता था। आरोपियों के खिलाफ पूर्व में भी विभिन्न धाराओं में केस दर्ज हैं। अब अदालत ने मामले की सुनवाई के बाद आदित्य यादव को सजा सुनाई है।