Maharajganj News : मधवलिया वन रेंज में तेंदुए का आतंक, दहशत में गुज़र रही रातें, 15 वर्षीय बालिका प्रियंका पर हमला

    19-Sep-2025
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महराजगंज। मधवलिया वन रेंज के जंगलों के बीच स्थित वनटांगिया कंपार्ट 24 में मंगलवार की आधी रात को घर के अंदर सो रही प्रियंका (15) पर तेंदुआ ने हमला कर घायल कर दिया। बुधवार की रात लोगों ने पहरेदारी करके गुजारी। वहीं ग्राम वासियों को सुरक्षा की चिंता सता रही है।

मवेशियों समेत स्वयं की सुरक्षा के लिए लोग निगरानी में जुटे हैं। बृहस्पतिवार की सुबह वन कर्मी भी क्षेत्र में गश्त कर सुरक्षा के लिए जागरूक करते रहे। जानकारी के अनुसार, घायल बालिका प्रियंका का इलाज मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में चल रहा है। परिजनों के मुताबिक बालिका के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है, लेकिन दूसरी ओर लोगों के अंदर अभी भी तेंदुए की दहशत बरकरार है।

हालांकि वन कर्मियों की टीम बस्ती में डेरा डाले हुए है और तेंदुए पर निगरानी बढ़ा दी है। बृहस्पतिवार को ग्रामीण मुलायम यादव, राजेश, विजय, राजकुमार, रोशनलाल, चंद्रशेखर आदि ने बताया कि बस्ती में आकर तेंदुए का हमला यह नया नहीं है। बल्कि इससे पहले भी तेंदुआ पालतू जानवरों और लोगों पर हमले कर चुका है।

वन ग्राम मधवलिया वन रेंज के घने जंगलों के बीच स्थित है। यही कारण है कि तेंदुए अक्सर जंगलों से निकलकर आबादी से सटे खेतों में शिकार की तलाश में आकर छिपे रहते हैं।

इतना ही नहीं सुनसान मिलने पर बस्ती के अंदर घुसकर हमला भी कर देते हैं। बस्ती के अंदर तेंदुए की बढ़ती चहलकदमी से लोग काफी डरे थे। उन लोगों में दहशत तो तब बढ़ने लगी जब तेंदुआ आधी रात में बस्ती के अंदर दाखिल होकर एक घर में घुस गया। घर के अंदर सो रही प्रियंका को मच्छरदानी के साथ दबोच करीब 50 मीटर तक घसीट ले गया। इन लोगों ने बस्ती के चारों को तार से घेराबंदी कराने की मांग की।

मधवलिया वन क्षेत्राधिकारी अजीत कुमार ने बताया कि घायल बालिका प्रियंका का इलाज मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में में चल रहा है। बालिका के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। घायल बालिका के परिजनों से वार्ता कर जानकारी ली जा रही है। इतना ही बेहतर तरीके से इलाज कराने का भी प्रयास किया जा रहा है। घायल बालिका के घर पर वन कर्मियों की टीम मौजूद है।

वनटांगिया के अंदर रहने वाले लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वह घर के अंदर दरवाजा बंद करके सोए। बरामदे और खोजे जगहों पर न सोए। इसी तरह अपने मवेशियों को भी सुरक्षित रखे। अगर रात में जरूरत पड़ने बाहर झुंड के साथ निकले।