महराजगंज। जिले में शराब की कुल 285 दुकानों का ई-लॉटरी से आवंटन के लिए 1943 लोगों ने 4859 आवेदन किया है। इन आवेदन पत्रों की जांच शुरू हो गई है। जिला आबकारी अधिकारी अतुल चंद्र द्विवेदी की देखरेख में आबकारी निरीक्षक सदर अमित कुमार दूबे, आबकारी निरीक्षक निचलौल वैभव कुमार यादव व कार्यालय के कर्मियों ने एक-एक करके सभी आवेदन पत्रों की जांच की। छह मार्च को ई-लॉटरी से दुकानों का आवंटन होगा। 11 मार्च तक नए कारोबारियों को बेसिक लाइसेंस शुल्क के रूप में करीब 48 करोड़ जमा करना है। शराब दुकानों के आवेदन पत्रों से ही आबकारी विभाग के खाते में करीब 25 करोड़ पहुंच चुका है।
जिले में कुल 285 शराब की दुकानें हैं, जिनमें 179 देशी शराब की दुकानें, अंग्रेजी शराब और बीयर की 100 कम्पोजिट दुकानें, 2 मॉडल शॉप और 4 भांग की दुकानें शामिल हैं। इन सभी दुकानों का ई-लॉटरी के माध्यम से आवंटन किया जाना है। इसके लिए 14 फरवरी से लेकर 28 फरवरी तक 1943 लोगों ने आनलाइन 4959 आवेदन किया है। अब इन आवेदन पत्रों की जांच की जा रही है।
जिला आबकारी अधिकारी अतुल चंद्र द्विवेदी ने शराब की दुकान के लिए आवेदन करने वालों से कहा है कि आनलाइन आवेदन में अगर कोई त्रुटि हुई है तो संबंधित साक्ष्य दस्तावेज के साथ कार्यालय में सम्पर्क कर त्रुटियों को शुद्ध करा लें। जिससे ई-लॉटरी में शामिल हो सकें।
जिले में नए वित्तीय वर्ष में शराब की बिक्री से सरकार को इस बार करीब पांच अरब रुपये से अधिक का राजस्व मिलने का अनुमान है। जिले में शराब की दुकानों के लिए किए गए आनलाइन आवेदन पत्रों की जांच की जा रही है। छह मार्च को शासन से नामित आब्जर्वर की निगरानी में ई-लॉटरी से दुकानें आवंटित की जाएंगी। दुकान आवंटित होने के बाद 11 मार्च तक बेसिक लाइसेंस शुल्क से करीब 48 करोड़ रूपया राजस्व अर्जित होगा।