महराजगंज। महाकुम्भ में माघ पूर्णिमा के स्नान के लिए जिले की 90 बसों को प्रयागराज भेजे जाने से स्थानीय मार्गों पर यात्री परेशान हैं। डिपो में मात्र 40 बसें बची हैं, जो स्थानीय यातायात की मांग को पूरा करने में असमर्थ हैं।
गुरुवार को स्थिति यह रही कि निचलौल मार्ग पर सुबह 9 बजे के बाद एक भी बस उपलब्ध नहीं थी। कई यात्रियों को पहली बस में जगह न मिलने के कारण घंटों इंतजार करना पड़ा। पनियरा और फरेंदा मार्ग के यात्री भी इसी समस्या से जूझ रहे हैं।
मौसम में यात्रियों की संख्या बढ़ने से बसों में भीड़ और अधिक हो गई है। कई यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग चुनने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उदाहरण के लिए, पनियरा जाने वाले यात्रियों को गोरखपुर की बस से परतावल तक जाकर वहां से ऑटो लेना पड़ रहा है।
एआरएम सर्वजीत वर्मा के अनुसार, महराजगंज डिपो को पहले ही महाकुंभ के दौरान बढ़ी यात्री संख्या के लिए सीतापुर डिपो से अतिरिक्त बसें मंगवानी पड़ी थीं। प्रशासन यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए प्रयासरत है, लेकिन वर्तमान में स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।