महराजगंज। इंडो-नेपाल बार्डर से अवैध घुसपैठ की कोशिश में सरहद की सुरक्षा में तैनात एसएसबी जवानों ने सोमवार की रात 11 बजे एक बांग्लादेशी नागरिक को सीमावर्ती गांव मटरा धमउर के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ के लिए एसएसबी जवान से कैंप में ले गए।
जांच-पड़ताल में उसके पास से देश में प्रवेश का वैध दस्तावेज नहीं मिला। इस मामले में एसएसबी के एएसआई की तहरीर पर निचलौल पुलिस ने मंगलवार को केस दर्ज कर न्यायालय चालान कर दिया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
भारत-नेपाल सीमा पर शितलापुर में तैनात एसएसबी के एएसआई गणेश चन्द्र दास निवासी रहंगाजान थाना हेलन असम ने निचलौल पुलिस को तहरीर देकर बताया कि सोमवार की रात में मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि नेपाल की तरफ से एक संदिग्ध शख्स भारत में अवैध तरीके से घुसपैठ करने की फिराक में है। उसके बाद तत्काल टीम का गठन कर बार्डर के पिलर संख्या 501/6 से सटे मटरा गांव के पगडंडी रास्ते के पास पहुंच गए। उसी बीच एक संदिग्ध शख्स नेपाल से भारत में प्रवेश करते हुए दिखाई दिया। एसएसबी जवान घेराबंदी कर उसे रोके। पूछताछ में उसने अपना नाम सैफुल इस्लाम पुत्र ईशान अली (35) निवासी दुपूरिया पोस्ट धंसिल थाना जिनाइकटी राष्ट्र बांग्लादेश बताया। पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक की तलाशी लेने पर उसके पास से नागरिकता, पासपोर्ट एवं बांग्लादेशी पहचान पत्र से संबंधित कोई भी साक्ष्य बरामद नहीं हुआ है।
पकड़ा गया बांग्लादेशी व्यक्ति बांग्लादेशी भाषा स्पष्ट शब्दों में बोल रहा था। वहीं हिंदी भाषा को समझने में भी सक्षम था। भारत में प्रवेश करने का कारण पूछा गया तो उसने सही से जवाब नहीं दिया। पूछताछ में बांग्लादेशी व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि वह डेढ़ साल पहले बांग्लादेश से निकला था। वह लोगों से मांगकर भोजन आदि करता है। उसके पास एक बीस रुपये का नोट मिला है।