महराजगंज। बढ़ता तापमान बीपी रोगियों की मुश्किल बढ़ा रहा है। तापमान का असर रक्त परिसंचरण पर सीधे पड़ने के कारण कोशिकाओं में रक्त दोगुनी तेजी से दौड़ रहा है और पसीना भी अधिक आ रहा है, जिससे हृदय रोग के साथ निर्जलीकरण का खतरा बढ़ा है। शुक्रवार हाई बीपी के 13 मरीज देखे गए जिन्हें अधिक पसीना व कमजोरी की शिकायत हो रही थी। चिकित्सकों ने जांच के बाद नियमित परहेज व दवा की सलाह दी।
जिला अस्पताल की ओपीडी में शुक्रवार 757 मरीजों का उपचार हुआ। हाई बीपी की समस्या लेकर पहुंचे मरीजों को देखने के बाद डाॅ. रंजन मिश्रा ने बताया कि निरंतर तापमान के बढ़ने से बीपी के मरीजों में रक्त परिसंचरण तेज हो जाता है।
इस दौरान शरीर का आंतरिक तंत्र ठंडा रहे, इसके लिए शरीर की नमी त्वचा के सहारे पसीने के रूप में अधिक निकलने के कारण डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। साथ ही तेज रक्त परिसंचरण होने से सांस फूलने की दिक्कत आती है। इसलिए अगर बीपी के पेशेंट हैं तो दवा नियमित लेते रहें।
इसके अलावा अगर व्यायाम करते हैं तो सुबह करें। धूप में कतई व्यायाम न करें। प्यास न लगने पर भी पानी पीते रहें, जिससे निर्जलीकरण की संभावना न उत्पन्न होने पाए। सीएमएस डॉ. एके द्विवेदी ने बताया कि तेज गर्मी ने मरीजों की संख्या बढ़ा दी है। मौसम से परेशान मरीज अधिक आ रहे हैं। दवा के साथ हिदायत दी जा रही है।