महराजगंज। जिले में हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) की बढ़ती समस्या को ध्यान में रखते हुए, स्वास्थ्य विभाग ने एएनएम (ऑक्सिलरी नर्स मिडवाइफ) और सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) को सप्ताह में एक दिन घर-घर जाकर नागरिकों की स्वास्थ्य जांच करने के निर्देश दिए हैं। इस पहल का उद्देश्य हाइपरटेंशन के मामलों की समय पर पहचान और रोकथाम करना है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जिले में विभिन्न रोगों की पहचान के लिए सीएचओ के माध्यम से स्क्रीनिंग का लक्ष्य 13,71,776 लोगों का निर्धारित किया गया है। अब तक 12,22,263 लोगों के फॉर्म भरे जा चुके हैं, और 8,51,058 लोगों की स्क्रीनिंग पूरी हो चुकी है। इनमें से 13,315 लोग हाइपरटेंशन से प्रभावित पाए गए हैं, जिन्हें आगे की चिकित्सा के लिए रेफर किया गया है।
डिप्टी सीएमओ डॉ. केपी सिंह ने बताया कि हाइपरटेंशन एक साइलेंट किलर की तरह काम करता है, क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण स्पष्ट नहीं होते हैं। यदि समय पर इसका पता न चले तो यह हृदय रोग, किडनी फेल्योर और स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। उन्होंने लोगों को नियमित स्वास्थ्य जांच कराने, संतुलित आहार अपनाने, नियमित व्यायाम करने और तनाव कम करने की सलाह दी है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत शुक्ला ने बताया कि हाइपरटेंशन से बचाव के लिए लोगों को स्वयं भी सतर्क रहना चाहिए। यदि किसी को सिरदर्द, चक्कर आना, धुंधला दिखना या थकान महसूस हो रही हो तो तुरंत जांच करानी चाहिए।