Maharajganj News: युवाओं की बेरोजगारी का फायदा किसी और को मिले न मिले ठगी करने वाले इसका खूब फायदा उठा रहे हैं। विदेश के अलावा अन्य स्थानों पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर रकम हजम कर जा रहे हैं।बेरोजगारों को न तो नौकरी मिल रही है न ही उनके पैसे वापस मिल पा रहे हैं। मामले में केस दर्ज करने के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है। ठगी के सबसे अधिक मामले विदेश भेजने के नाम हुए हैं। इसके अलावा नौकरी लगवाने के मामले में भी धोखाधड़ी हुई है।
नौ अक्तूबर 2024 को दर्ज केस की बात करें तो पीड़ित मनोज को अब तक करीब एक लाख रुपये नहीं मिले। रामपुर बुजुर्ग गांव के चार लोगों से ठगी हुई थी। सुभाष चौधरी, अशोक चौधरी से भी एक-एक लाख की ठगी हुई थी। पीडितों ने बताया कि एजेंट ने पहले बातों के जाल फंसाया, फिर विदेश भेजने के बारे में पूरी प्रक्रिया बताई।
एजेंट ने बातचीत इस तरह से किया कि उसकी बात पर भरोसा हो गया। एयरपोर्ट जाने पर पता चला कि पासपोर्ट और वीजा फर्जी है। मनोज ने बताया कि मामले में केस दर्ज हो गया, लेकिन अब तक रकम नहीं मिली। उधार लेकर एजेंट को रकम दिया था।
इसी तरह से अन्य पीड़ितों ने अपना दर्द साझा किया। इसी तरह से बिहार के सराय धरहा गांव के रहने वाले रामजी भी जालसाजी के शिकार हुए। इनके मामले में 13 जनवरी 2025 को धोखाधड़ी के मामले में केस दर्ज हुआ था। रामजी परतावल क्षेत्र में आकर छोटा मोटा काम करते थे। किसी से रकम की व्यवस्था कर एजेंट को रकम दिए थे। उनके दोस्त ने एजेंट से परिचय कराया था। दो किस्त में दो लाख रुपये दिए थे।
बेलवा बुजुर्ग गांव के रामसरन ने बताया कि उनके बेटे को टूरिस्ट बीजा देकर मस्कट के लिए फ्लाइट करा दिया गया था। करीब डेढ़ लाख एजेंट ने लेकर चूना लगा दिया।
उन्होंने बताया कि बेटे को किसी तरह से वहां से बुलाया, इसके बाद भी रकम खर्च हो गई। बेटे को जेल भिजवाने की धमकी दी जा रही है। मामले में केस दर्ज होने के बाद एजेंट आराम से है। 24 जनवरी को पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा गया था। इसमें भी पीड़ित घुघली कस्बे के रहने वाले कमलेश यादव ने बताया कि 24 लाख रुपये का चूना लग गया है। जालसाजों का नेटवर्क काफी मजबूत है।