निजी अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत, सीएचसी गेट पर सक्रिय बिचौलियों का खुला खेल

महराजगंज। निचलौल क्षेत्र में संचालित निजी अस्पतालों और बिचौलियों के गठजोड़ ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां सीएचसी गेट पर डटे बिचौलिए, प्रसव पीड़ित महिलाओं को निजी अस्पतालों में भेजते हैं, जहां अप्रशिक्षित हाथों से ऑपरेशन कराए जाते हैं, जो कई बार जानलेवा साबित होते हैं।

ताजा मामला निचलौल के ग्राम ओड़वलिया की इंद्रावती देवी का है, जिन्हें प्रसव पीड़ा होने पर परिजन सीएचसी लाए थे। डॉक्टरों ने खून की कमी और हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया, लेकिन इस बीच एक बिचौलिया परिजन से मिला और सुरक्षित प्रसव का झांसा देकर उन्हें चमनगंज चौराहे स्थित निजी अस्पताल ले गया। वहां बिना विशेषज्ञ डॉक्टर के ऑपरेशन किया गया, जिससे नवजात की मौत हो गई और महिला की हालत और बिगड़ गई। बाद में उन्हें आनन-फानन में जिला अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

इस घटना के बाद सीएमओ ने संज्ञान लेते हुए निजी अस्पताल की ऑपरेशन थियेटर (ओटी) को सील कर दिया और तीन सदस्यीय डॉक्टरों की जांच टीम गठित कर दी है। टीम अस्पताल के स्टाफ, डॉक्टरों, एनेस्थीसिया और सर्जरी से जुड़े सभी मानकों की जांच करेगी। रिपोर्ट के आधार पर अस्पताल संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि यह पहला मामला नहीं है। दो साल पहले भी एक प्रसूता की मौत के बाद उक्त अस्पताल को सील किया गया था, लेकिन छह महीने पहले इसे फिर से अनुमति मिल गई। तब से बिचौलियों के सहारे यहां प्रसव कराए जा रहे थे।

इतना ही नहीं, इसी अस्पताल का एक ब्रांच मिठौरा में भी संचालित हो रहा है, जहां भी बिना पर्याप्त सुविधाओं और प्रशिक्षित स्टाफ के प्रसव कराए जाते हैं। सीएचसी गेट पर तैनात बिचौलिए दिन-रात मरीजों पर नजर रखते हैं और परिजनों को बहला-फुसलाकर निजी अस्पतालों तक पहुंचा देते हैं।