अगर उम्र में अंतर होगा तो अपार आईडी बनने में होगी समस्या

महराजगंज। बीते कुछ वक़्त से अपार आईडी यूपी के स्कूलों में नई समस्या बनकर उभरी है। अध्यापकों के अनुसार अपार न बन पाने की सबसे बड़ी समस्या आधार कार्ड है।
वहीं कुछ ऐसे भी मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें आधार व विद्यालयीय दस्तावेज में सभी सूचनाएं समान हैं, लेकिन कक्षा के अनुरूप उम्र कम या अधिक होने पर भी अपार आईडी जनरेट नही हो पा रही है। हाईस्कूल के छात्रों में इस तरह की समस्या आ रही है।

प्रशासन व शिक्षा विभाग शिक्षकों पर लक्ष्य के अनुरूप अपार आईडी बनवाने के लिए दबाव बनाए हुए है। बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों की ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी बनाने को लेकर की जा रही सख्ती पर कमियां भारी पड़ रही है। हालत यह है कि अभी तक लगभग 62 फीसदी ही छात्रों की आईडी बनी है। क्योंकि आधार और स्कूल में नामांकन के नाम में अंतर समेत कई कमियां हैं।

शिक्षकों ने बताया कि अपार आईडी न बन पाने की सबसे बड़ी समस्या आधार तो है ही। इसके साथ ही यू-डायस पोर्टल पर डेटा अपडेट न होने, आधार और स्कूल में दर्ज जन्मतिथि में अंतर, जन्म प्रमाण पत्र व आधार बनने में आ रही दिक्कतें भारी पड़ रही है।

वहीं जब शिक्षकों का वेतन रोका जाने लगा तो कुछ शिक्षकों ने जिले स्तर से यू-डायस के डेटा में संशोधन करवा करआधार में लिखी जन्मतिथि से आईडी बना दी। जबकि स्कूल के रिकॉर्ड में जन्मतिथि कुछ और है। इससे बच्चों को आगे दिक्कत होने की आशंका बढ़ गई है।

डीआईओएस/प्रभारी बीएसए डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि डीएम के निर्देश पर नौ फरवरी को सुबह साढ़े नौ बजे से आधार मेगा आधार कैंप लगाया जाएगा। इसमें आधार विहीन बच्चों के आधार बनाए जाएंगे।