महराजगंज। जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा ने ग्राम पंचायत सेवतरी में तैनात सफाईकर्मी ममता देवी को फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नियुक्ति कराने के आरोप में निलंबित कर दिया।
डीपीआरओ ने बताया कि ममता देवी ने किसी अन्य व्यक्ति के अभिलेखों और प्रमाण पत्रों का उपयोग कर सफाईकर्मी के पद पर नौकरी प्राप्त की थी। इसके अलावा, उनके द्वारा प्रस्तुत शैक्षिक योग्यता और अनुभव प्रमाण पत्रों को भी कूटरचित और फर्जी पाया गया है।
इस मामले की विभागीय जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। डीपीआरओ ने बताया कि निलंबन की अवधि में ममता देवी को जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा जो कि अर्द्ध औसत वेतन के बराबर होगा, साथ ही उस पर महंगाई भत्ता भी देय होगा। हालांकि, यह भुगतान केवल तभी किया जाएगा जब वह इस बात का प्रमाणपत्र प्रस्तुत करेंगी कि वह किसी अन्य सेवायोजन, व्यापार या योजना से नहीं जुड़ी हैं।
उन्होंने बताया कि सहायक विकास अधिकारी पंचायत मिठौरा को जांच अधिकारी के रूप में नामित किया गया है। निलंबन अवधि के दौरान, ममता देवी को सहायक विकास अधिकारी पंचायत विकास खंड नौतनवा के कार्यालय से संबद्ध किया गया है।