धर्मात्मा सुसाइड के मामले में शासन-प्रशासन कटघरे में

महराजगंज। प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद व उनके दो पुत्रों समेत चार लोगों को अपनी मौत का कारण बताते हुए आत्महत्या करने वाले निषाद पार्टी युवा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद के घर मंगलवार को बिहार सरकार के पूर्व मंत्री मुकेश साहनी पनियरा क्षेत्र के नरकटहा पहुंचे।

पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली। कहा कि जब फेसबुक पर मौत के पूर्व पोस्ट में चार लोगों का नाम था तो केवल एक ही के खिलाफ एफआईआर क्यों दर्ज की गई? धर्मात्मा सुसाइड के मामले में शासन-प्रशासन कटघरे में है। शासन-प्रशासन धर्मात्मा निषाद द्वारा मौत के पूर्व सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट का संज्ञान लेकर जांच करे। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन गरीब परिवार को न्याय नहीं देना चाहता है। मेरी मांग है कि मृतक के परिवार को न्याय मिले। कोई निर्दोष न फंसे।

निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद के सीबीआई जांच की मांग पर बिहार के पूर्व मंत्री ने कहा कि जब आप सरकार में है और केन्द्र में भी आपकी ही सरकार है, तो मांग करने की क्या बात है। जांच का आदेश कराएं। अगर जांच नहीं होती है तो सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे जाएं। निषाद पार्टी के अध्यक्ष को लेकर कहा कि जिस निषाद कार्यकर्ता के बल निषाद पार्टी खड़ी है उसके साथ उन्हें रहना चाहिए। उन्होंने पीड़ित परिवार के लोगों से मिलने के बाद पास के शिव मंदिर पर हो रहे यज्ञ के मंच पर चढ़ कर लोगों से एक मिनट का मौन रखकर मृतक धर्मात्मा को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष युवा राम भारत निषाद, महासचिव मनीष चौधरी, युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष साहनी, जिलाध्यक्ष गाजीपुर विजय बिंद, इंद्रजीत जौनपुर, हरिओम निषाद, ओमप्रकाश निषाद आदि मौजूद थे।