हाईवे निर्माण तेज, सड़क का लेवल मिलाने के लगाए जा रहे मकानों पर निशान

महराजगंज। शहर से ठूठीबारी तक हाईवे निर्माण तेज है। शहर में सड़क का लेवल मिलाने के साथ ही मकान पर निशान लगाया जा रहा है। इससे यह पता चल जाएगा की सड़क के दायरे में कितने मकान दुकान आ रहे हैं।

पूर्व में हुए सर्वे के दौरान 800 मकान दुकान आ रहे थे, लेकिन सड़क की चौड़ाई कम होने से कम मकान दुकान प्रभावित हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार, शहर से लेकर मऊपाकड़ तक हाईवे के दायरे में आने वाले मकानों का सर्वे शुरू हो गया है। इस प्रक्रिया में सर्वेयर मकान मालिकों से उनके घरों से जुड़ी विस्तृत जानकारी एकत्रित कर रहे हैं। इसमें मकान के निर्माण की तिथि, वर्तमान स्थिति और उसकी मौजूदा माली हालत को लेकर पूछताछ की जा रही है।

मकानों के उचित मुआवजे के निर्धारण के लिए यह सर्वे महत्वपूर्ण है। धनेवा-धनेई के पास सर्विस लेन बनाने की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है। सर्विस लेन बनने से स्थानीय लोगों को आने-जाने में सहूलियत होगी। सड़क के किनारे जल निकासी की समस्या को दूर करने के लिए नाली निर्माण कार्य भी शुरू कराया गया है।

सक्सेना चौक से आगे बढ़ने पर मऊपाकड तक निशान लग चुका है। इसके आगे भी लगाया जा रहा है। सड़क के दायरे में आने वाले मकानों और दुकानों को चिह्नित करने के बाद तोड़ा जाएगा। महराजगंज से निचलौल होते हुए ठूठीबारी बार्डर तक 40.140 किमी लंबी सड़क बनाने के लिए 809.25 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे निर्माण कार्य और बेहतर हो जाने से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। वर्तमान में इस क्षेत्र की सड़कें संकरी और जर्जर है। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, लेकिन हाईवे निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह समस्या दूर हो जाएगी।

हाईवे निर्माण कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरा करने की योजना बनाई गई है। एनएचएआई विभाग की ओर से इस परियोजना की प्रगति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। परियोजना से जुड़े इंजीनियर और अधिकारी नियमित रूप से निरीक्षण कर रहे हैं, ताकि कार्य समय से पूरा हो और कोई तकनीकी खामी न रह जाए।