महराजगंज। जिले के धानी स्थित यूपी बोर्ड के परीक्षा केंद्र पर बोलेरो से परीक्षा देने जा रहीं तीन छात्राएं दुर्घटना की शिकार हो गईं। सभी छात्राएं पुरंदरपुर थानाक्षेत्र के समरधीरा की बताई गईं। ऐसे में उनका परीक्षा केंद्र करीब 35 किमी दूर कैसे चला गया इसकी जांच में माध्यमिक शिक्षा विभाग जुटा है।
शुरुआती जांच में शिक्षा माफियाओं की कारस्तानी उजागर हुई है। जनपद में ऐसे स्कूलों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है जो पांचवीं या आठवीं तक मान्यता लेकर इंटरमीडिएट तक की कक्षाएं न सिर्फ संचालित करते हैं, बल्कि अपने यहां बेहतर शिक्षा का दावा कर अपने स्कूल से विद्यार्थियों को जोड़ लेते हैं।
विद्यार्थी पढ़ाई तो इनके स्कूल में करते हैं, लेकिन हाईस्कूल अथवा इंटरमीडिएट का फार्म उनसे अन्य स्कूलों से भरवा दिया जाता है और विभाग की नजर में वह विद्यार्थी उसी विद्यालय का पढ़ने वाला माना जाता है जहां से परीक्षा फार्म भरा जाता है।
अभिभावक इसके लिए दोहरा खर्च उठाते हैं। पहला तो जहां विद्यार्थी पढ़ रहे वहां की फीस व अन्य जरूरी देय भरना होता है वहीं फार्म भरने के लिए अलग से न सिर्फ शुल्क देना पड़ता है बल्कि परीक्षा दिलाने की व्यवस्था भी अभिभावक को ही करनी पड़ती है।