महराजगंज। सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग क्षेत्र के पकड़ी रेंज में स्थित जंगल दुधई उर्फ चेहरी फाॅर्म में रविवार शाम को घास के बीच शावक दिखने से गांव के लोगों में दहशत है। सोमवार को भी आसपास के गांवों के किसान और ग्रामीण भयभीत रहे।
खासकर बेलभरिया टोला के लोग पूरी रात जागकर तेंदुए के हमले के डर से निगरानी करते रहे। सुबह सिवान में चरवाहे मवेशी लेकर नहीं गए। ग्रामीणों का कहना है कि इस घटना ने दिनचर्या को प्रभावित किया है और वे डर के कारण खेतों में काम करने नहीं जा रहे हैं।
दहशत से ग्रामीणों की नींद उड़ गई, और कई लोग रातभर जागकर अपने घरों और खेतों की निगरानी करते रहे। किसान सुधीश ने बताया कि शावक मिलने की खबर के बाद उनकी सोमवार को अपने खेतों की ओर जाने की हिम्मत नहीं हुई। उन्हें डर था कि तेंदुआ अपने शावक की तलाश में आक्रामक हो सकता है।
उन्होंने कहा कि हम किसान हैं, खेतों में काम करना हमारी आजीविका का आधार है, लेकिन इस डर की वजह से हम घरों में ही रहे। संदीप कुमार ने बताया कि पूरी रात जागकर एक-दूसरे के साथ निगरानी करते रहे।
उन्होंने कहा कि टोलियां बनाकर रातभर गांव के आसपास नजर रखी। कोई भी अकेले बाहर निकलने की हिम्मत नहीं कर रहा था। गांव के एक अन्य निवासी आशीष ने बताया कि वह सुबह अपनी सब्जियों की फसल देखने खेत जाने वाले थे, लेकिन डर की वजह से घर में ही रुक गए। उन्होंने कहा कि आजीविका खेती पर निर्भर है, लेकिन तेंदुए के डर से खेत नहीं गए। गोलू ने बताया कि अब तो रात में घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। राजन ने कहा कि हम लोग बारी-बारी से जागते हैं और निगरानी करते हैं। गोपाल ने बताया कि जंगल से सटे होने के कारण हमें हमेशा सतर्क रहना पड़ता है, लेकिन इस बार स्थिति गंभीर है।
डीएफओ सुर्वे निरंजन राजेंद्र का कहना है कि वन विभाग ने इस घटना को गंभीरता से लिया है, और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाए हैं। शावक मिलने की सूचना के बाद वन दरोगा बृजेश चौहान की देखरेख में वन विभाग की टीम ने जंगल और आसपास के इलाकों में गश्त तेज कर दी है।