महराजगंज। जिले में बिजली चोरी पर अंकुश लगाने और बिलिंग व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है।
बिजली निगम की टीम अब तक 53000 उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगा चुकी है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं के बिजली उपभोग की सटीक जानकारी विभाग को रियल टाइम में मिलेगी, जिससे बिलिंग और रीडिंग में गड़बड़ी की शिकायतें समाप्त हो जाएंगी।
जानकारी के अनुसार, स्मार्ट मीटर का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह वाईफाई नेटवर्क से जुड़ा होता है, जिसके माध्यम से अधिकारी अपने कार्यालय में बैठकर उपभोक्ता के बिजली उपयोग की स्थिति देख सकते हैं। यह सिस्टम बिजली चोरी और लाइन लॉस को रोकने में प्रभावी साबित होगा।
फिलहाल जिले में 3 लाख 47 हजार 554 उपभोक्ता पंजीकृत हैं, जिन्हें क्रमवार स्मार्ट मीटर से जोड़ा जाएगा।
क्या है आर्म्ड केबल
बिजली कनेक्शन के लिए अब तक जो साधारण केबल उपयोग में लाई जा रही थी, उसे आसानी से काटा जा सकता था। इसके कारण चोरी और शॉर्ट सर्किट की घटनाएं बढ़ जाती थीं। आर्म्ड केबल में इस समस्या का समाधान है। इसमें जीआई या स्टील की परत चढ़ी होती है, जिससे इसे काटना लगभग असंभव है।सामान्य केबल जहां लगभग 24 रुपये प्रति मीटर की कीमत पर मिलती है, वहीं आर्म्ड केबल की शुरुआत 50 रुपये प्रति मीटर से होती है। 16 एमएम मोटाई की केबल लगभग 90 रुपये प्रति मीटर तक की कीमत में उपलब्ध है।
बिजली निगम ने स्पष्ट किया है कि जिन उपभोक्ताओं के घरों में पुराने एनालॉग मीटर लगे हैं, उन्हें निशुल्क स्मार्ट मीटर से बदला जाएगा।
साथ ही पुराने कनेक्शन धारकों को भी आर्म्ड केबल लगाने की सलाह दी गई है। विभागीय अभियंताओं की टीम प्रत्येक वार्ड और मोहल्ले में जाकर उपभोक्ताओं को जागरूक कर रही है कि वे खुद भी इस व्यवस्था में सहयोग करें।