Maharajganj News : अब डिजिटल निगरानी में रहेंगे सरकारी डॉक्टर, निजी क्लीनिक चलाया तो तुरंत मिलेगी सूचना

26 Oct 2025 11:32:46

महराजगंज। डॉक्टरों और कर्मचारियों के लिए अब सरकारी सेवा के साथ निजी अस्पतालों में कार्य कराना या अस्पताल चलाना आसान नहीं होगा। इस पर रोक लगाने के उद्देश्य से शासन ने एक एप जारी किया है।

एप पर सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों को अपना ब्योरा अपलोड करना होगा। डॉक्टरों और कर्मचारियों का विवरण पोर्टल पर अपलोड हो जाने के बाद सभी को एक यूनिक आईडी जारी की जाएगी। शासन इसी आईडी के माध्यम से इनकी गतिविधियों पर नजर रख सकेगा।

जनपद में 17 सामुदायिक व 40 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और एक नगरीय पीएचसी संचालित हैं। इन सभी केंद्रों पर कुल 199 डॉक्टर तैनात हैं। स्वास्थ्य विभाग सभी डॉक्टरों का हेल्थ प्रोफेशनल रिकार्ड तैयार कर रहा है। रिकॉर्ड तैयार होने के बाद इसे मानव संपदा एप पर अपलोड किया जा चुका है।

स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इस एप के माध्यम से अब डॉक्टरों और कर्मचारियों की हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। किसी सरकारी डॉक्टर या कर्मचारी की ओर से निजी अस्पताल में काम करने या निजी क्लीनिक चलाने की जानकारी एप पर तुरंत अपडेट हो जाएगी। यदि कोई डॉक्टर सरकारी सेवा में रहते हुए किसी दूसरे चिकित्सक के क्लीनिक पर बैठता है या किसी संस्थान में कार्य करता है तो इसकी सूचना भी स्वतः रिकॉर्ड हो जाएगी।

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स्वास्थ्य विभाग के सूत्र बताते हैं कि इस प्रणाली से न केवल डॉक्टरों की गतिविधियों पर निगरानी आसान होगी बल्कि विभागीय कार्यों में भी पारदर्शिता आएगी। कई बार देखा गया है कि डॉक्टर अपने तबादले के बाद भी पुराने स्थान पर कार्यरत रहते हैं या बिना सूचना दिए अन्यत्र चले जाते हैं। नई व्यवस्था लागू होने के बाद ऐसी दिक्कतें काफी हद तक खत्म हो जाएंगी क्योंकि एप के माध्यम से डॉक्टर और कर्मचारी का रियल-टाइम लोकेशन और कार्य स्थिति अपडेट होती रहेगी।

यूनिक आईडी बनने के बाद डॉक्टरों के प्रमोशन, तबादला, छुट्टी और सेवा संबंधी सभी कार्य इसी आईडी के माध्यम से होंगे। इस डिजिटल व्यवस्था से शासन को यह पता लगाने में भी आसानी होगी की किस डॉक्टर ने कहां और कितने दिनों तक सेवा की है।


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