महराजगंज। चार माह के ब्रेक के बाद फिर से जिले में शहनाई बजने जा रही है। नवंबर माह से फिर से शुभ मुहुर्त शुरू होने से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत नवंबर से सामूहिक विवाह कराया जाएगा।
चार नवंबर को जवाहर लाल नेहरू स्मारक पीजी कालेज महराजगंज के खेल मैदान पर सामूहिक विवाह का आयोजन कराया जाएगा। इसमें 1500 आवेदनों की पात्रता की जांच अंतिम दौर में है। पात्रों के चयन के बाद जोड़ों का सामूहिक विवाह के लिए बुलाया जाएगा। विवाह को भव्य बनाने के लिए जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए सामूहिक विवाह का आयोजन आठ जून में हुआ था।
लेकिन जुलाई से अक्तूबर तक मुहुर्त नहीं होने से विवाह नहीं हो सका था। अब चार माह बाद नवंबर से फिर से शुभ मुहुर्त शुरू हो रहा है। इस दौरान करीब 1500 लड़कियों की शादी के लिए आवेदन आए हैं। इन आवेदनों का सत्यापन संबंधित ब्लाक के व नगर निकाय से कराया जा रहा है।
इसमें जो भी पात्र मिलेंगे उनको सामूहिक विवाह के लिए बुलाया जाएगा। जून में 337 जोड़ों का हुआ था विवाह इस वित्तीय वर्ष 2025-26 को पहला विवाह आठ जून को हुआ था। जिसमें विभिन्न जाति व धर्म के कुल 337 जोड़ों का विवाह उनकी रीति रिवाज के अनुसार कराया गया। इसमें अनुसूचित जाति के 157, पिछड़ी जाति के 122, अल्पसंख्यक वर्ग के 51 व सामान्य जाति के सात जोड़ों का विवाह हुआ था।
लेकिन जुलाई से अक्तूबर तक शुभ मुहूर्त नहीं होने से जुलाई से अक्तूबर तक विवाह का आयोजन रोक दिया गया था। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत नवंबर से फिर से सामूहिक विवाह होगा। आवेदनों की पात्रता की जांच के लिए सत्यापन कार्य चल रहा है। सत्यापन में पात्र मिलने पर योजना का लाभ दिया जाएगा। इसमें प्रति जोड़े पर एक लाख रूपये खर्च किया जाएगा।