परतावल। सोमवार देर रात श्यामदेउरवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ताला लटके होने की वजह से एक प्रसूता को सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। यही नहीं, प्रसूता को अस्पताल पहुंचाने के लिए परिजनों ने कई बार एंबुलेंस के लिए फोन किया लेकिन रिसीव नहीं हुआ।
स्थानीय लोगों के सहयोग से प्रसव तो हो गया लेकिन घटना से आसपास के लोगों में जिम्मेदारों के प्रति नाराजगी है। जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित बताए जा रहे हैं। श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा महम्मदा टोला ढ़रवा की निक्की पत्नी विजय को सोमवार की शाम लगभग साढ़े सात बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई। परिजनों ने तत्काल एंबुलेंस सेवा को कई बार फोन किया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ।
प्रसूता के ससुर रामचंदर ने बताया कि मजबूर होकर बाइक से उसे लेकर श्यामदेउरवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। पीएचसी के मुख्य द्वार पर ताला लटका होने के कारण निराश होकर वापस लौटना पड़ा। प्रसूता की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। साथ में मौजूद जेठानी और भतीजे ने परतावल जाने के लिए कई वाहनों को रोकने की कोशिश की लेकिन किसी ने मदद नहीं की। आखिरकार परिजन थक-हारकर प्रसूता को लेकर पैदल ही परतावल की ओर बढ़ने लगे।
पीएचसी से 200 मीटर दूर हुआ प्रसव पीएचसी से करीब दो सौ मीटर दूर पहुंचने पर महिला दर्द से कराहते हुए सड़क पर ही गिर पड़ी। इसी दौरान सड़क किनारे एक घर से निकली महिला मदद के लिए आगे आई। आसपास की महिलाओं की सहायता से रात करीब 8:10 बजे सड़क पर ही प्रसव कराया गया। सड़क किनारे अंधेरे में जन्मे नवजात की रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग भी पहुंच गए। थोड़ी ही देर में स्थानीय लोगों ने कंबल और पानी की व्यवस्था की।