महराजगंज। जिले के उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है। बहुत जल्द लो-वोल्टेज और बिजली कटौती से निजात मिलेगी। इसके लिए विभाग जर्जर तार और ट्रांसफार्मर बदलेगा। ओवरलोड चल रहे ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की जाएगी। शासन के आदेश पर विभाग हरकत में आ गया है।
उन्हें चिह्नित करने का कार्य शुरू कर दिया है। जिले में चार लाख 67 हजार बिजली उपभोक्ता हैं। इनमें मुख्यालय फीडर से जुड़े नगर पालिका के उपभोक्ताओं को कटौतीमुक्त यानी 24 घंटे बिजली मिलनी है। अन्य निकायों को 21 घंटे और ग्रामीण उपभोक्ताओं को तीन शिफ्ट में 18 घंटे बिजली मिलनी है। इसके लिए पूर्वांचल विद्युत विरतण निगम हर माह शेड्यूल जारी करता है।
लेकिन इन उपभोक्ताओं के घर व दुकान रोशन कर रहे ट्रांसफार्मरों से क्षमता से अधिक बिजली खपत हो रही है। इससे ये ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो गए हैं। इतना ही नही बिजली घर से ट्रांसफार्मर तक दौड़ाए गए अधिकांश तार जर्जर हो गए हैं। जर्जर तार और ट्रांसफार्मर के चलते अधिक लाइन लास होने के साथ ही उपभोक्ताओं को लो-वोल्टेज और कटौती की मार झेलनी पड़ रही है। शेड्यूल से कम बिजली मिलने और लो-वोल्टेज की शिकायत पर शासन ने विभाग को जर्जर तार बदलने और ओवरलोड चल रहे ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि करने का आदेश दिया है। शासन का आदेश मिलते ही विभाग हरकत में आ गया है।
जर्जर तार और ट्रांसफार्मरों को चिह्नित करने में जुट गया है। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर जर्जर तार और ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि की प्रक्रिया शुरू होगी। पहले चरण में निकायों में बदले जाएंगे जर्जर तार व ट्रांसफार्मर विभाग पहले चलण में नगर निकायों में जर्जर तार और ट्रांसफार्मर बदलेगा। इसके बाद ग्रामीण फीडरों के जर्जर तार और ट्रांसफार्मर बदलने का कार्य शुरू होगा।
अवर अभियंता के नेतृत्व में टीम गठित जर्जर तार व ट्रांसफार्मर चिह्नित करने के लिए अवर अभियंता के नेतृत्व में टीम का गठन किया है। टीम 15 दिन में रिपोर्ट उपलब्ध कराएगी। सब कुछ ठीक रहा तो 20 अक्तूबर से जर्जर तार बदलने व ओवरलोड चल रहे ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का कार्य शुरू हो जाएगा। उपभोक्ताओं को शेड्यूल के हिसाब से बिजली उपलब्ध कराना प्राथमिकता है।