सोनौली। नेपाल में भारी वर्षा के बाद हुए भूस्खलन से नेपाल के प्रमुख शहर काठमांडू और पोखरा जाने के लिए आवागमन बंद हो गया था। रविवार को मौसम साफ होने के बाद आवागमन शुरू हो गया है। पोखरा में खतरे की आशंका को देखते हुए रोके गए पर्यटकों को अब जाने दिया जा रहा है।
काठमांडू सहित सुदूर पूर्व जाने के लिए भैरहवां में फंसे यात्रियों को हवाई मार्ग से नेपाल प्रशासन ने पहुंचाना शुरू कर दिया है। वहीं नारायणगढ़-मुगलिंग मार्ग खंड और पृथ्वी राजमार्ग पर भूस्खलन की आशंका को देखते हुए रात 9:00 बजे से यातायात बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।
चितवन जिला पुलिस कार्यालय के अनुसार शुक्रवार और शनिवार को हुई बारिश के कारण भूस्खलन के उच्च जोखिम को देखते हुए यातायात रात 9:00 बजे से सोमवार सुबह 6:00 बजे तक बंद कर दिया गया था। जिला पुलिस कार्यालय के प्रवक्ता, पुलिस उपाधीक्षक रवींद्र खनाल ने बताया कि चितवन से पोखरा और काठमांडू जाने वाले वाहनों से रात 9:00 बजे के बाद सड़क का उपयोग न करने का अनुरोध किया गया है।
इससे पहले, जिले में प्रवेश करने वाले वाहनों को रात 9:00 बजे तक जिले में प्रवेश करने के लिए एक नोटिस जारी किया गया था। बारिश के कारण रुके वाहनों को सोमवार की सुबह आवश्यकतानुसार उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया और आज ही स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय करके यात्रियों को हवाई अड्डे से काठमांडू भेजा गया।
डॉ. टोकराज पांडे, मुख्य जिला अधिकारी रूपनदेही ने बताया कि सोमवार से रूपनदेही जिले के सभी कार्यालय खुले रहे और सेवाएं जारी रहीं। जिले के सभी सरकारी कार्यालयों और संस्थानों को सूचित किया गया है कि वे कर्मचारियों की उपस्थिति की व्यवस्था करें, ताकि सेवा वितरण जारी रहे।