ठूठीबारी। पुणे से एक मजदूर का शव लाने गए परिजन मध्य प्रदेश में सड़क दुर्घटना में घायल हो गए। दुर्घटना से मृतक के परिजनों की मुसीबतें और बढ़ गईं। परिजन स्थानीय लोगों के सहयोग से घायलों का इलाज कराया गया। गुरुवार को मजदूर का शव लेकर मृतक का बेटा गोपाल और पटीदार रामू व शैलेश गंभीर गांव पहुंचे तो मरचहवां गांव के पूरब घोला नदी घाट पर मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।
ठूठीबारी ग्राम सभा के टोला मरचहवां निवासी रामदुलारे यादव मुंबई के पुणे शहर में एक फैक्ट्री में हेल्पर का काम करते थे। परिजनों ने बताया कि बीते चार नवंबर को अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई। फैक्ट्री में काम करने वाले साथियों ने तत्काल पुणे के सुसुम अस्पताल में उसे भर्ती कराया।
10 नवंबर को उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मृतक का इकलौता बेटा गोपाल यादव अपने पटीदार रामू यादव, शैलेश यादव के साथ पुणे पहुंचा और शव को एम्बुलेंस में लेकर गांव के लिए रवाना हुआ।
इस दौरान रास्ते में मध्यप्रदेश के जबलपुर के पास एक टैंकर से एंबुलेंस की जबर्दस्त टक्कर हो गई। हादसे में टैंकर चालक की मौके पर ही मौत हो गई और एम्बुलेंस में सवार तीनों लोग मृतक का लड़का गोपाल और पटीदार रामू और शैलेश गंभीर रूप से घायल हो गए। मध्यप्रदेश पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों का इलाज कराया गया और दूसरी एंबुलेंस की व्यवस्था कर शव को मरचहवां गांव भेजा गया।
शव घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। मरचहवां गांव के पूरब घोला नदी घाट पर मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। मृतक रामदुलारे की चार बेटियां जानकी, वनदेवी, अंजू और रिंकी और एक बेटा गोपाल है। दो बेटियों की शादी हो चुकी है।