
महराजगंज। सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए शासन फिक्रमंद है। जनपद में सर्वाधिक दुर्घटना वाले स्थानों को ब्लैक स्पाट के रूप में चिह्नित कर जरूरी उपाय करने के निर्देश हैं। अब ब्लैक स्पाट पर पायलट प्रोजेक्ट के तहत सीसीटीवी लगाकर निगरानी के जरिये दुर्घटना का ग्राफ घटाने की तैयारी है।
मुख्यालय के 5 ब्लैक स्पाट यातायात पुलिस ने सीसीटीवी के लिए चिह्नित किया है। प्रयोग सफल रहा तो जिले के सभी ब्लैक स्पाट पर यह प्रयोग यातायात पुलिस व परिवहन विभाग प्रभावी करेगा।
यातायात पुलिस प्रभारी अरुणेंद्र प्रताप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।
जनपद के विभिन्न मार्गों पर कुल 29 ब्लैक स्पाट चिह्नित हैं। जहां संकेतक, रंबलिंग स्ट्रिप लगे हैं। इसके बावजूद जनवरी से जुलाई 2025 के बीच कुल 242 सड़क दुर्घटना इन स्पाटों पर हुई और 159 की मृत्यु हुई। इसलिए सर्वाधिक दुर्घटना वाले 5 स्पाट मुख्यालय पर चिह्नित किए गए हैं।
इन जगहों पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जाएगी। इससे दुर्घटना के वास्तविक कारणों तक पहुंचने में मदद मिलेगी और उसी के अनुरूप कमी लाने के उपाय प्रभावी किए जा सकेंगे।
सीसीटीवी ब्लैक स्पाट चिह्नित
जनपद के 29 ब्लैक स्पाट में से 5 स्पाट चिह्नित किए गए हैं। इसमें महराजगंज-फरेंदा हाइवे पर मुख्यालय मोड़, महराजगंज-गोरखपुर रूट पर शिकारपुर व सेमरा चंदौली मोड़, निचलौल रोड पर धनेवा व सेंदुरिया मोड़ चिह्नित किए गए हैं।
बीते वर्ष जनवरी से जुलाई 2024 के बीच कुल 252 सड़क दुर्घटना हुई इसमें 129 की मृत्यु हुई। मई 2025 में 55 दुर्घटना हुई और 43 की मौत हुई।