महराजगंज। घुघली क्षेत्र के मेदनीपुर गांव के नरायन टोला के पास छोटी गंडक नदी पर एक बड़ा और बहुप्रतीक्षित पुल का बनने जा रहा है। राज्य सेतु निगम गोरखपुर की ओर से कार्ययोजना तैयार कर मुख्य अभियंता, राज्य सेतु निगम को स्वीकृति के लिए भेजा गया है। परियोजना पर 23.33 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है। पुल निर्माण से करीब डेढ़ लाख आबादी को सुविधा मिलेगी।
जानकारी के अनुसार, छोटी गंडक नदी महराजगंज होते हुए कुशीनगर जिले की ओर बहती है। बरसात के दिनों में यह छोटी गंडक नदी अपने उफान पर रहती है। इस वज से मेदनीपुर, नरायन टोला सहित आसपास के कई गांवों का संपर्क मुख्य मार्ग से कट जाते हैं। कुशीनगर जिले में जाने के लिए ग्रामीणों को आज भी नाव का सहारा लेना पड़ता है।
प्रस्तावित सेतु की लंबाई 80 मीटर और चौड़ाई 7 मीटर होगी। इसे क्षेत्र की भौगोलिक जरूरतों और ग्रामीणों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इस पुल के बन जाने से न केवल मेदनीपुर गांव बल्कि लगभग 15 गांवों को सीधा लाभ मिलेगा।
इनमें प्रमुख रूप से मेदनीपुर, पकड़ियार विशुनपुर, खानपुर, बेलवा तिवारी, चौमुखा, हरखी, प्यास, मंगलपुर, पटखौली, धनगड़ी मुंडेरी और आसपास के अन्य गांव शामिल हैं। इन गांवों के लोगों को अब कुशीनगर जाने के लिए इंद्रपुर-कप्तानगंज का लंबा रास्ता तय नहीं करना पड़ेगा।
पुल बन जाने के बाद यात्रा दूरी काफी कम हो जाएगी और समय की भी बचत होगी।ग्रामीण रामनरेश पाण्डेय, अनिल गौतम, शत्रुध्न कन्नौजिया, गुड्डू तिवारी, रंगनाथ पाण्डेय, अजय मौर्य, संतोष जायसवाल का कहना है कि पुल निर्माण से न केवल आवागमन आसान होगा,बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलेगी।
राज्य सेतु निगम के अधिकारियों ने बताया कि दीर्घ सेतु निर्माण के दौरान पर्यावरणीय संतुलन और छोटी गंडक के प्राकृतिक प्रवाह का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
निर्माण शुरू होने से पहले सभी जरूरी पर्यावरणीय मंजूरियां और स्थानीय समुदाय की सहमति सुनिश्चित की जाएगी ताकि परियोजना के चलते किसी भी प्रकार का पारिस्थितिकीय नुकसान न हो।
ग्रामीण रोहित कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि पुल बन जाने से कुशीनगर जाने के रास्ते से समय की काफी बचत होगी।