Maharajganj News : कौन हैं वे महिलाएं जिनकी कमाई ने सबको चौंका दिया ? सदर ब्लॉक की कहानी बनी प्रेरणा

06 Nov 2025 13:52:52

महराजगंज। ग्रामीण आजीविका समूह का गठन तो जनपद के सभी विकास खंड में है लेकिन आय सृजन के मामले में सदर ब्लॉक की महिलाओं का दबदबा है। सदर ब्लॉक में सर्वाधिक बीसी, कृषि, विद्युत सखी बनने में आजीविका समूह की महिलाएं पहले पायदान पर हैं। सदर के अलावा भी अन्य ब्लॉकों से भी चयन हुआ है लेकिन संख्या व कमाई के मामले में सदर की महिलाएं आगे हैं।

सदर के बीएमएम शेषनाथ मौर्य ने बताया कि सदर में कुल 1,077 आजीविका समूह संचालित हैं। जनपद में कुल 600 से अधिक बीसी सखियां तैनात हैं, इनमें से 200 के लगभग सदर की समूह महिलाएं शामिल हैं। विभाग की तरफ से इन महिलाओं को डिवाइस दिया गया है।

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बीसी सखियों को शुरुआत के छह माह 4,000 रुपये की दर से विभागीय सहायता के अलावा 1,000 रुपये की धन निकासी पर 10 रुपये का कमीशन पारिश्रमिक के रूप में मिलता है। समूह महिलाएं डिवाइस पर फिंगर स्कैनिंग कर पैसों की निकासी की सुविधा ग्रामीणों को दे रही हैं।

पैसा ट्रांसफर, लोन आवेदन, बीमा मदद, मनरेगा भुगतान, आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं का लाभ, अनुदान भुगतान गांव के लोगों तक पहुंचाकर प्रत्येक माह आठ से 10 हजार रुपये की कमाई कर रही हैं। विद्युत, कृषि, सोलर सखी में सदर की महिलाएं अग्रणी हैं। विभाग की तरफ से मिलने वाले प्रशिक्षण व कार्यों की जानकारी समय-समय पर दी जाती है।

सदर ब्लॉक की महिलाओं को आय सृजन के प्रत्येक अवसर को उपलब्ध कराने के साथ अनुभवी कर्मियों का मार्गदर्शन मिलता है। सदर के कर्मी हर तरह का सहयोग समूह की महिलाओं को देने के लिए तत्पर रहते हैं जिससे आय का जरिया पाने के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही।


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