महराजगंज। बदलती दिनचर्या और ठंड का असर अब लोगों की सेहत पर साफ़ दिख रहा है। ये दोनों मिलकर सर्वाइकल का दर्द दे रहे है। अस्पताल में ऐसे मामले बढ़ने लगे हैं। 24 रोगियों में सर्वाइकल की समस्या पाई गई। जांच रिपोर्ट के अनुसार चिकित्सकों ने दवा व हिदायत के बारे में परामर्श दिया।
सोमवार को जिला अस्पताल में 547 रोगियों का उपचार हुआ। सर्वाधिक रोगी सर्दी, जुकाम व बुखार के रहे। नए रोगियों में सर्वाइकल के मरीज अधिक दिखे। यह मरीज सर्द हो रहे मौसम में मांसपेशियों का दर्द झेल रहे हैं। डाॅ. विकास कुमार ने जांच रिपोर्ट के आधार पर मरीजों को परामर्श दिया।
उन्होंने बताया कि अनियमित दिनचर्या की वजह से सर्वाइकल मरीजों की संख्या बढ़ रही है। कंधे और गर्दन के पास दर्द से परेशान होकर प्रतिदिन एक दो मरीज आते थे। दिसंबर से संख्या बढ़ रही है। ठंड के समय सर्वाइकल की समस्या हर बार बढ़ जाती है।
इसमें दवा से अधिक फिजियोथेरेपी व व्यायाम की सलाह फायदेमंद होती है। दवा खाने से बेहतर फिजियोथेरेपी हो सकती है। लेकिन नियमित फिजियोथेरेपी की जगह नियमित व्यायाम अधिक कारगर होगा इसलिए डाइट में पोषण युक्त खाद्य व डेयरी उत्पाद शामिल करें।
ऐसे करें बचाव
- सर्वाइकल की समस्या न हो इसके लिए सही मुद्रा में बैठना, उठना, चलना व सोना जरूरी है।
- नियमित व्यायाम की आदत डालें।
- सर्दी से बचाव के लिए ऊनी कपड़ों को पहनें और गले के साथ कंधे को ठंड से बचाएं।
- बुजुर्ग व बच्चों को सर्दी के मौसम में धूप सेंकते हुए तेल मालिश से लाभ दिया जा सकता है।
- पोषण युक्त खाद्य डाइट में शामिल करें। असुविधा महसूस होने पर चिकित्सक परामर्श के बाद उपचार शुरू करें।