सोनौली। भारत नेपाल सीमा के सोनौली क्षेत्र में रविवार को श्रीलंकाई नागरिक केनेडी राजेंद्रम पकड़ा गया जो दो महीने से भारत में अवैध तरीके से रह रहा था। सुरक्षा एजेंसियों से पूछताछ में केनेडी ने बताया कि श्रीलंका में उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
कार्रवाई से बचने के लिए वह अक्तूबर में एक दलाल के माध्यम से समुद्री रास्ते भारत में घुसा और तमिलनाडु में किराए के मकान में रह रहा था। सोमवार को पुलिस ने केनेडी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
मालूम हो कि, शनिवार रात करीब दस बजे आव्रजन अधिकारियों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा। वह खुद को भारतीय बता रहा था पर उसके हावभाव से अधिकारियों को कुछ संदेह हुआ तो उन्होंने उसका पहचान पत्र मांगा तो उसने श्रीलंका का पासपोर्ट दिखाया।
इस पर अधिकारियों का शक पुख्ता हो गया और उन्होंने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। सुरक्षा एजेसियों ने भी उससे पूछताछ की। पहले तो उसने मानने से इनकार किया लेकिन एजेंसियों की सख्ती पर उसने सारी कहानी बयां कर दी।
उसने बताया कि वह श्रीलंका का रहने वाला है और दो महीने से तमिलनाडु में चोरी-छिपे रह रहा था। उसके परिवार के भी कुछ सदस्य नेपाल के रास्ते भारते आने वाले थे। उन्हीं की आव्रजन कार्रवाई पूरी कराने के लिए वह सोनौली पहुंचा था। वहां पूछताछ में उसने अधिकारियों को खुद को भारतीय नागरिक बताया पर कागजात के रूप में श्रीलंका का पासपोर्ट दिखाया।
उस पर उसकी पहचान केनेडी राजेंद्रम के रूप दर्ज थी। उसका पासपोर्ट मई 2023 में बना था, जो 2033 तक वैध है। जांच में पासपोर्ट पर भारत में आगमन इमीग्रेशन मुहर नहीं लगी थी। उसने बताया कि वह अक्तूबर 2025 से तमिलनाडु के अंटोनी सल्याराज, 1/521, अदियानुथु, नालमपट्टी, मुथामिल नगर, डिंडिगुल में 5000 रुपये मासिक किराये पर एक घर में रह रहा था।
क्षेत्राधिकारी नौतनवा अंकुर गौतम ने बताया कि पकड़े गए विदेशी नागरिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।