महराजगंज। जिले में खून की कमी के पीड़ितों की संख्या कंट्रोल नहीं हो रही है। हर माह छह से अधिक एनेमिक (खून की कमी) पीड़ित मिल रहे हैं। इनमें आधे से अधिक गर्भवती महिलाएं शामिल हैं। दिसंबर में सात लोगों के शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर सात ग्राम से कम मिला है।
इनमें तीन गर्भवती महिलाएं शामिल हैं। जिला अस्पताल में दिसंबर में 92 हजार मरीजों ने पैथॉलोजी जांच कराई है। इनमें 81 हजार ओपीडी में पहुंचे मरीजों ने डॉक्टर की सलाह पर पैथॉलोजी जांच कराया है। जबकि 11 हजार अस्पताल में भर्ती मरीजों की पैथॉलोजी जांच कराई गई है।
इनमें सात मरीजों में सात ग्राम से कम हीमोग्लोबिन मिला है। इनमें तीन गर्भवती महिलाएं शामिल हैं। इन महिलाओं को हाईरिस्क प्रिंग्नेंसी में रखा गया है। प्रसव के पूर्व इन महिलाओं में हीमोग्लोबिन का स्तर 10 प्लस करने का निर्देश आशाओं को दिया गया है।
संतुलित आहार लेने के साथ आयरन सुक्रोज लेने की दी है सलाह ओपीडी में पहुंचे इन एनेमिक पीड़ितों को डॉक्टर नियमित संतुलित आहार लेने के साथ ही समय-समय पर असपताल आकर आयरन सुक्रोज इंजेक्शन लेने की सलाह दी गई है। गर्भवती महिलाओं को आयरन सुक्रोज इंजेक्शन दिलाने का कार्य करेंगी आशा पैथॉलोजी जांच में मिली एनेमिक सात गर्भवती महिलाओं को आयरन सुक्रोज इंजेक्शन दिलाने की जिम्मेदारी आशा को दी गई है।
डॉक्टर समय-समय पर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाकर उन्हें आयरन सुक्रोज इंजेक्शन दिलाने के साथ ही आशा उन्हें घर पहुंचाने का कार्य करेंगी। एनेमिक के लक्षण थकान, कमजोरी, त्वचा पीला पड़ना, सांस फूलना, चक्कर आना, सिर दर्द, दिल की धड़कन तेज होना, बार-बार संक्रमण होना और हाथ-पैर ठंडक महसूस होना आदि लक्षण हैं।
एनेमिक से बचने के उपाय जिला अस्पताल के डॉ. भानू प्रताप सिंह ने बताया कि खून की कमी से बचने के लिए भोजन में पालक, मेथी, दाल, सोयाबिन, चुकंदर और चना को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा नींबू, संतरा, अमरूद, टमाटर,दूध, दही, घी और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
एनेमिक मरीजों को समय-समय पर अस्पताल आकर आयरन सुक्रोज इंजेक्शन लेने की सलाह दी गई है। जरूरत पड़ने पर उन्हें ब्लड भी चढ़ाया जा सकता है। एनेमिक से बचने के लिए नियमित संतुलित आहार लेना जरूरी है।