महराजगंज। वाहनों की तेज रफ्तार लोगों पर भारी पड़ रही है। इसकी तस्दीक जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में पहुंचे मरीज कर रहे हैं। हालत ये हो गई है कि ट्रॉमा सेंटर हर रोज सामान्य से अधिक घायल पहुंच रहे हैं। रविवार को दोपहर तक सिर्फ 19 पीड़ित इलाज के लिए पहुंचे थे।
इनमें तीन घायल शामिल रहे। 100 बेड वाले जिला अस्पताल में हर रोज करीब एक हजार मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। इनमें 20 बेड का ट्रॉमा सेंटर/इमरजेंसी वार्ड संचालित है। ट्रॉमा सेंटर में हर रोज करीब 200 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। इनमें से अधिकांश घायल शामिल होते है।
रविवार को अस्पताल की ओपीडी बंद थी। सिर्फ ट्रॉमा सेंटर में मरीज देखे जा रहे थे। ट्रॉमा सेंटर में दोपहर तक 19 मरीज इलाज के लिए पहुंचे थे। इनमें सबसे अधिक तीन घायल और तीन कुत्ता काटने के पीड़ित शामिल रहे। कुत्ता काटने वाले पीड़ितों एंटी रैबिज इंजेक्शन का पहला डोज देकर घर भेज दिया गया।
ट्रॉमा सेंटर में दो सस्पेक्टर प्वाइजनिंग के पीड़ित पहुंचे थे। दोनों पीड़ित सीएचसी से रेफर थे। ट्रॉमा सेंटर भर्ती कोल्हुई थाना क्षेत्र के गुरचिहा निवासी युवक सूरज की हालत गंभीर बताई जा रही है। सूरज को सीएचसी लक्ष्मीपुर से रेफर किया गया है।
करंट की चपेट में आने से महिला गंभीर सदर कोतवाली क्षेत्र के कांध निवासी अमृता सुबह करंट की चपेट में आ गई। घरवाले उसे ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया है। प्राथमिक इलाज के बाद उसकी हालत सामान्य हो रही है।