जिले में करीब 4.67 लाख उपभोक्ताओं को 11,007 ट्रांसफार्मरों के जरिए बिजली आपूर्ति होती है। इनमें से बड़ी संख्या में ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो चुके हैं, जिससे लो-वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। अब पहले से चिह्नित 335 ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि की प्रक्रिया तेजी से शुरू की जा रही है।
वाराणसी स्थित पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक शंभू कुमार ने हाल में हुई समीक्षा बैठक में अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि उपभोक्ताओं को तय शेड्यूल के अनुसार बिजली मिलनी चाहिए और ओवरलोड की वजह से लो-वोल्टेज की शिकायतें नहीं आनी चाहिए।
इसके बाद विभाग ने ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की स्थिति जानने के लिए फीडरवार सर्वे शुरू किया है। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने की योजना है। इसके लिए अधिकारियों ने गोरखपुर और वर्कशॉप से ट्रांसफार्मरों की व्यवस्था भी शुरू कर दी है।
बिजली विभाग का कहना है कि ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि और नए ट्रांसफार्मर की स्थापना से उपभोक्ताओं को स्थाई राहत मिलेगी और गर्मी में निर्बाध बिजली आपूर्ति संभव हो सकेगी।