
सोनौली। शुक्रवार शाम सोनौली इमिग्रेशन चेक पोस्ट पर एक नेपाली महिला उस समय पकड़ी गई, जब वह भारतीय दस्तावेजों के सहारे भारत में प्रवेश कर रही थी। जांच में पता चला कि महिला ने पश्चिम बंगाल के अलीपुरदुआर पते पर फर्जी आधार और पासपोर्ट बनवाया था।
मूल रूप से नेपाल की रहने वाली भावना गुरुंग, हांगकांग में घरेलू नौकरानी के तौर पर काम करती है। पूछताछ में उसने बताया कि नेपाल से हांगकांग जाने पर रोक के चलते, उसने कुछ एजेंटों की मदद से फर्जी भारतीय पहचान बनवाई ताकि हांगकांग की यात्रा में आसानी हो सके।
कैसे हुआ खुलासा?
सोनौली इमिग्रेशन अधिकारी शुक्रवार को काठमांडू से नई दिल्ली जा रही मैत्री बस के यात्रियों की जांच कर रहे थे। इस दौरान महिला ने भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड दिखाया, लेकिन उसकी भाषा और चेहरे की बनावट से संदेह हुआ। अधिकारियों ने जब सख्ती से पूछताछ की, तो महिला के पास से नेपाल का पासपोर्ट और नागरिकता प्रमाण पत्र भी मिला, जो बुटवल के पते पर भावना गुरुंग नाम से जारी था।
फर्जी दस्तावेजों से बनी पहचान
महिला ने बताया कि फर्जी भारतीय दस्तावेजों पर उसका नाम सलीना प्रधान है, और उसने ये दस्तावेज पश्चिम बंगाल के अलीपुरदुआर पते पर बनवाए थे। इस खुलासे के बाद इमिग्रेशन अधिकारियों ने महिला को सोनौली पुलिस के हवाले कर दिया।
कोतवाली प्रभारी अजित प्रताप सिंह ने बताया कि आव्रजन विभाग की तहरीर पर महिला के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस अब यह भी पता लगाने में जुटी है कि फर्जी दस्तावेज बनवाने में कौन-कौन लोग शामिल थे।