महिला की पहचान पुनीता (32) और बेटियों की पहचान नंदिनी (12), नेहा (7) और अनु (4) के रूप में हुई है। मृतका का पति लालजी भिवंडी में पावरलूम फैक्ट्री में काम करता है। शनिवार सुबह जब वह नाइट शिफ्ट से लौटा तो घर का दरवाजा बंद मिला। शक होने पर पुलिस को बुलाया गया, जिन्होंने दरवाजा तोड़कर शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पुनीता और लालजी का मूल घर महराजगंज के हरैया पंडित गांव में है। वे कुछ महीने पहले ही काम की तलाश में मुंबई गए थे और भिवंडी में किराए के मकान में रह रहे थे। इस घटना के बाद गांव में कोहराम मचा हुआ है। परिजन और ग्रामीण सदमे में हैं और आत्महत्या की वजह समझ नहीं पा रहे हैं।
प्रारंभिक जांच में बताया गया है कि परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। पति लालजी ने स्वयं सहायता समूहों से कर्ज लिया था और इस कर्ज के बोझ ने शायद पुनीता को मानसिक रूप से तोड़ दिया। हालांकि पुलिस इस मामले की सभी पहलुओं से जांच कर रही है।
पोस्टमार्टम के बाद चारों का अंतिम संस्कार मुंबई में ही कर दिया गया। महराजगंज स्थित उनके गांव में मातम पसरा है। ग्रामीण मृतका के परिवार को ढांढस बंधा रहे हैं।