
महराजगंज। बाजार में खराब तेल में बनी पकौड़ी और छोले-भटूरे अब लोगों की सेहत पर भारी पड़ रहे हैं। इसके सेवन से अपच, सीने में जलन के साथ ही दिल की बीमारी भी बढ़ रही है। इसके चलते जिला अस्पताल में पेट के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। रोजाना करीब 30 मरीज जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं।
शुक्रवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की भीड़ लगी थी। कतार में खड़े नरेश ने पूछने पर कहने लगे की पेट की समस्या से करीब तीन माह से पीड़ित हूं। प्राइवेट मार्केटिंग कंपनी में काम करता हूं। इस वजह से अक्सर बाहर ही खाना पड़ता है।
पेट की समस्या होने पर तीन माह पहले जिला अस्पताल में जांच कराया तो पता चला कि खराब तेल की वजह से यह समस्या हुई। तब से यहीं से दवा चल रही है। अब तो चाट, पकौड़ी भी खाना छोड़ दिया हूं। पेट और आंतों में जलन के साथ ही दर्द होता रहता है।
दवा का सेवन करने से कुछ आराम है। डॉक्टर ने बताया था की दवा अधिक दिन तक चलानी पड़ेगी। इसी से पीड़ित देवेंद्र तिवारी भी परेशान थे। वह पहली बार जांच कराने आए थे।
उन्होंने बताया कि शुरुआत में मेडिकल स्टोर से दवा लिया, लेकिन आराम नहीं मिली तो अस्पताल पहुंचा। ओपीडी में मरीजों को देख रहे डॉ. वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि खाने में इस्तेमाल किया जाने वाला तेल भोजन का स्वाद बढ़ाने का काम करता है, लेकिन कई बार इसका बार-बार इस्तेमाल स्वास्थ्य पर बुरा असर भी डाल देता है।
इस्तेमाल किए हुए तेल को दोबारा इस्तेमाल करने पर शरीर में सूजन और जलन महसूस होने के अलावा कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है। इसके अलावा आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के साथ धमनियां भी ब्लॉक हो सकती हैं। खराब तेल के सेवन से लीवर का फैट बढ़ना, पाचन शक्ति घट जाना, स्किन का रंग बदल जाना आदि समस्या होती है।