गोरखपुर। शाहपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले रिटायर्ड दरोगा राम स्वरूप प्रसाद ठगी का शिकार हो गए। ठगों ने खुद को पेंशन विभाग का कर्मचारी बताकर उनका विश्वास जीता और व्हाट्सएप पर एपीके फाइल भेजी। एपीके फाइल से फॉर्म भरने के दौरान ओटीपी पूछकर खाते से पांच लाख रुपये उड़ा दिए। पीड़ित की तहरीर पर साइबर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
राम स्वरूप प्रसाद 31 जुलाई 2025 को उप निरीक्षक पद से रिटायर हुए हैं। उनका बैंक खाता बिछिया स्थित बैंक ऑफ इंडिया में है। इसमें रिटायरमेंट की रकम जमा थी। 4 सितंबर को उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को ट्रेजरी विभाग का कर्मचारी बताते हुए कहा कि पेंशन संबंधी जानकारी ऑनलाइन फॉर्म में भरनी होगी। इसके बाद उसने पीड़ित के व्हाट्सएप पर एक एपीके फाइल भेजी।
राम स्वरूप ने उस फाइल में अपनी जानकारी भर दी। फिर जालसाज ने कहा कि फॉर्म सब्मिट करने के लिए ओटीपी नंबर दर्ज करना होगा। भरोसा कर उन्होंने ओटीपी नंबर भी बता दिया। इसके बाद जालसाजों ने पांच सितंबर को उनके खाते से आरटीजीएस के जरिये पांच लाख रुपये निकाल लिए गए।
इसके बाद उन्हें ठगी की जानकारी हुई। उन्होंने बैंक जाकर जानकारी दी। पीड़ित ने आरोपी का मोबाइल नंबर पुलिस को सौंप दिया। मामले की जांच साइबर अपराध थाना प्रभारी निरीक्षक श्यामा नंद राय को सौंपी गई है।