महराजगंज। जिले की सड़कों पर अनफिट और ओवरलोड वाहनों का बोलबाला है। हाईवे से लेकर ग्रामीण सड़कों तक, ये वाहन नियम-कानून को ठेंगा दिखाते हुए फर्राटा भर रहे हैं। परिवहन विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद इन वाहनों पर नकेल कसना मुश्किल साबित हो रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बिना किसी रोकटोक के ओवरलोड वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं, जिससे हादसों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। अनफिट वाहन सड़कों पर बेरोकटोक चल रहे हैं। इनमें टेंपो, ट्रैक्टर-ट्रॉली, निजी बसें, डीसीएम और अन्य व्यवसायिक वाहन शामिल हैं। ये वाहन न तो फिटनेस के मानकों को पूरा करते हैं और न ही सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करते हैं।
कई वाहनों की बॉडी अधोमानक है, तो कइयों में बैक लाइट तक नहीं है। ट्रैक्टर-ट्रॉली और तथाकथित ‘जुगाड़’ वाहन तो सड़क सुरक्षा नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। अनुमान के मुताबिक, जिले में करीब पांच हजार से अधिक वाहन फिटनेस के मानकों पर खरे नहीं उतरते। इनमें से अधिकांश वाहन बिना किसी जांच के सड़कों पर दौड़ रहे हैं।