पैकेट पर एक्सपायरी डेट नहीं, तो चालान पक्का

महराजगंज। पैकेट वाले प्रोडक्ट पर एक्सपायरी डेट लिखना अनिवार्य है लेकिन जिले के अधिकांश बेकरी कारोबारी पैकेट पर एक्सपायरी डेट नहीं लिख रहे हैं। जनवरी महीने में चार कारोबारियों का चालान काटने के बाद शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के लिए बाट माप विभाग भी एक्शन मोड में है। बाट माप विभाग के अधिकारियों ने फिर निरीक्षण करने का प्लान बनाया है। निरीक्षण के दौरान पावरोटी पैकेट पर एक्सपायरी डेट लिखा नहीं मिला तो कार्रवाई तय है।

महराजगंज व फरेन्दा में बाट-माप का कार्यालय स्थित है। बीते कुछ वर्षों में बदलाव आने के बाद अब अधिकांश कारोबारी इलेक्ट्रानिक कांटे से सामानों को तौल कर दे रहे हैं। बाट-माप विभाग में हर साल कारोबारी इलेक्ट्रानिक कांटा में रिनुअल के लिए फीस जमा करते हैं।

जिम्मेदारों द्वारा समय-समय पर दुकानों की जांच भी की जाती है। पर दुकानों पर एक्सपायरी खाद्य वस्तुएं अभी भी बिक रही हैं। एक्सपायरी खाद्य वस्तुओं की बिक्री पर रोक लगाने के लिए खाद्य विभाग अस्तित्व में है।
खाद्य विभाग के अधिकारी प्रतिष्ठानों की जांच भी करते हैं। पर पूरी तरह से गलत कार्यों पर अभी भी रोक नहीं लग पा रही है। ऐसे में बाट-माप विभाग के अधिकारी नियम व प्रावधानों के तहत फैक्ट्री में बनने वाली वस्तुओं की जांच करने लगे हैं।

अधिकारियों ने बीते जनवरी महीने में बेकरी की चार दुकानों की जांच कर कारोबारी पैकेट पर एक्सपायरी डेट नहीं लिखने के संबंध में संतोषजनक जवाब मांगा है। बाट-माप विभाग के एसआई रमेश कुमार ने बताया कि अधिकांश बेकरी कारोबारी पैकेट पर एक्सपायरी डेट नहीं लिख रहे हैं। जांच में पकड़े जाने पर संबंधित दुकान का चालान तय है।

बाट-माप के जिम्मेदारों द्वारा हर साल इलेक्ट्रानिक कांटे में मोहर व सील लगाया जाता है। त्योहार में ग्राहकों का हित सर्वोपरि है। ऐसे में गड़बड़ी को पकड़ने के लिए लगातार जांच की जा रही है।