महराजगंज। अब गांवों की तरह रेलवे की भूमि पर भी अमृत सरोवर का निर्माण किया जाएगा, जिसे आकर्षक रूप से विकसित किया जाएगा। इससे रेलवे यात्रियों को एक रमणीय स्थल का आनंद लेने का अवसर मिलेगा।
आयुक्त ग्राम्य विकास के निर्देशानुसार, ग्राम्य विकास विभाग इस योजना की तैयारी में जुट गया है। आयुक्त ने अमृत सरोवर के लिए संभावित जमीनों की पहचान कर उनका पूरा विवरण मांगा है। निर्देशों के तहत, रेलवे कार्य स्थलों के पास नए जल निकायों के निर्माण के लिए उपयुक्त स्थानों को चिह्नित किया जाएगा। इन स्थलों से निकाली गई मिट्टी का उपयोग रेलवे के इम्बैंकमेंट सुदृढ़ीकरण और अन्य विकास कार्यों में किया जाएगा, जिसके लिए रेलवे विभाग के स्थानीय अधिकारियों से समन्वय स्थापित किया जाएगा।
यदि किसी वन क्षेत्र में अमृत सरोवर की आवश्यकता होगी, तो निर्माण से पहले वन विभाग की अनुमति ली जाएगी। निर्माण कार्यों में सफाई, गाद निकालना, अतिक्रमण हटाना, जल प्रवाह के लिए चैनलों की सफाई, जल ग्रहण क्षेत्र का उपचार, और जल की गुणवत्ता में सुधार जैसी गतिविधियाँ शामिल होंगी।
अगर किसी रेलवे क्षेत्र में पहले से गड्ढे मौजूद हैं, तो उनकी और खुदाई कर अमृत सरोवर का रूप दिया जाएगा। इस परियोजना को 15 अगस्त 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिले के आनंदनगर, सिसवा, घुघली, नौतनवा और लक्ष्मीपुर रेलवे स्टेशनों की भूमि को चिह्नित कर वहां अमृत सरोवर बनाया जाएगा।
इस सरोवर को आकर्षक बनाने के लिए पाथवे, झूले, प्रकाश व्यवस्था, बेंच, और सुंदर पौधों की स्थापना की जाएगी, जिससे यह एक खूबसूरत सार्वजनिक स्थल के रूप में विकसित हो सके।