पीजीटी परीक्षा के लिए बीएड अब अनिवार्य, अभ्यर्थियों में बढ़ी चिंता

महराजगंज। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (UPSESSB) द्वारा प्रवक्ता (PGT) पदों के लिए नई शैक्षिक योग्यता में बड़ा बदलाव किया गया है। अब परास्नातक (Postgraduate) अभ्यर्थियों को पीजीटी परीक्षा में शामिल होने के लिए बीएड (B.Ed.) डिग्री अनिवार्य कर दी गई है। इस निर्णय ने बड़ी संख्या में तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को असमंजस में डाल दिया है।

नए नियम के अनुसार, बीएड की पढ़ाई दो वर्षों की होती है, ऐसे में वे उम्मीदवार जिन्होंने अभी तक बीएड नहीं किया है, उन्हें पीजीटी परीक्षा में बैठने के लिए कम से कम दो साल का इंतजार करना होगा।

जनपद में ऐसे हजारों युवा हैं जो एमए, एमएससी जैसे परास्नातक पाठ्यक्रम पूरे कर पीजीटी की तैयारी में लगे थे। पनियरा की सोनम यादव, जिन्होंने जंतु विज्ञान में एमएससी किया है, कहती हैं कि उन्हें अब दो साल और इंतजार करना पड़ेगा। वहीं, परतावल की ज्योति वर्मा जो बीएड कर चुकी हैं, ने इस फैसले पर संतोष जताया क्योंकि अब वह पीजीटी के लिए योग्य हैं।

चौक के आदित्य पांडेय ने कहा कि यह फैसला अभ्यर्थियों पर अतिरिक्त दबाव डालता है, क्योंकि अब पीजीटी के लिए भी बीएड जरूरी हो गया है। फरेंदा के तरुण तिवारी ने आरोप लगाया कि यह निर्णय केवल बीएड पाठ्यक्रम की मांग बनाए रखने के लिए लिया गया है, क्योंकि प्राथमिक शिक्षक पद के लिए बीएड की अनिवार्यता पहले ही समाप्त की जा चुकी है।