महाराजगंज। अनुमंडल मुख्यालय में व्यवहार न्यायालय का उद्धघाटन 25 फरवरी को होगा। व्यवहार न्यायालय के उद्घाटन की तैयारी को लेकर जिला जज मोतीश कुमार सिंह, सीजेएम संजीव कुमार पाण्डेय, एडीजे 1 बी के सिंह, एडीजे 2 नरेंद्र कुमार, एडीजे 5 उमाशंकर सिंह, एडीजे राजीव कुमार सिंह व महाराजगंज में पदस्थापित सब जज हेमंत कुमार ने पुरे निर्माण कार्य का निरीक्षण कर तैयारी का जायजा लिया।
न्यायधीशों की टीम ने न्यायालय को ले नव निर्मित इजलास, रिकार्ड रूम, मजिस्ट्रेट कार्यालय, अधिवक्ताओं के बैठने की जगह, शौचालय, पार्किंग का निरीक्षण किया। प्रधान न्यायाधीश ने बताया कि 25 फरवरी को महाराजगंज में व्यव्हार न्यायालय के उद्घाटन के साथ ही अनुमण्डल क्षेत्र के सिविल मामले की सुनवाई शुरू हो जाएगी। जिसके लिए यहां एक सब जज व एक मुंसफ का न्यायालय नियमित रूप से चलेगा।
मौके पर एसडीओ अनिल कुमार, एसडीपीओ राकेश कुमार रंजन, थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह, अनुमंडलीय अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अधिवक्ता सुशील कुमार मिश्रा, सचिव अधिवक्ता पी पी रंजन द्विवेदी, पूर्व सचिव अधिवक्ता दिनेश प्रसाद सिंह, अधिवक्ता आमोद कुमार भानु सहित कई न्यायिक व प्रशासनिक पदाधिकारी व कर्मचारी थे। अधिवक्ताओं में हर्ष 34 साल के संघर्ष को मिला न्याय अनुमंडलीय अधिवक्ता संघ के अध्य्क्ष सुशील कुमार मिश्रा, सचिव पी पी रंजन द्विवेदी व पूर्व सचिव दिनेश प्रसाद सिंह ने बताया कि व्यवहार न्यायालय के उद्घाटन की तिथि तय होने से अधिवक्ता सहित आम आदमी में हर्ष का माहौल है।
अधिवक्ता द्वय ने बताया कि 25 फरवरी को व्यवहार न्यायालय के उद्घाटन के साथ ही अनुमंडलीय अधिवक्ता संघ के 34 साल के संघर्ष को न्याय मिलने जा रहा है। 35 हजार मामलों की होगी सुनवाई महाराजगंज में व्यवहार न्यायालय के उद्घाटन के बाद मुंसफ व सबजज का कोर्ट चालू हो जाएगा। जिसके बाद अनुमंडल क्षेत्र के महाराजगंज, दरौंदा, बसंतपुर, भगवानपुर, गोरेयाकोठी व लकड़ी नवीगंज के सिविल के 35 हजार मामलों की सुनवाई शुरू हो जाएगी। जिसके लिए दो सौ से अधिकअधिवक्ता आएंगे। जबकि प्रतिदिन 5 से 7 प्रतिवादी के रूप में लोग पहुंचेंगे।