कूड़ेदान के नाम पर करोड़ों का खेल,14 हज़ार में बिक गया 3 हज़ार का डिब्बा!

महराजगंज। नगर पंचायत घुघली में साफ-सफाई के नाम पर बड़ा वित्तीय घोटाला सामने आया है। वर्ष 2018 में नगर पंचायत ने 23.52 लाख रुपये खर्च कर 200 कूड़ेदान खरीदे थे। लेकिन अब खुलासा हुआ है कि इन डस्टबिन्स की कीमत बाजार दर से चार गुना अधिक चुकाई गई।

एक कूड़ेदान के लिए जहां 14,160 रुपये भुगतान किया गया, वहीं उसी डस्टबिन की बाजार व ऑनलाइन कीमत महज 3,400 से 3,600 रुपये के बीच है। वरिष्ठ कोषाधिकारी की रिपोर्ट के बाद इस पूरे मामले की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) को सौंपी गई है।

जांच रिपोर्ट के अनुसार, कूड़ेदान खरीद में निविदा प्रक्रिया में घोर लापरवाही बरती गई। शासनादेश के विपरीत ई-टेंडर न निकालकर ऑफलाइन प्रक्रिया अपनाई गई, और निविदा का प्रकाशन भी कम प्रसार वाले दो अखबारों में ही किया गया। इतना ही नहीं, तीनों भाग लेने वाली फर्में तकनीकी रूप से अयोग्य थीं, बावजूद इसके इनकी वित्तीय निविदाएं खोली गईं और अनुबंध भी दे दिया गया।

जांच में यह भी सामने आया है कि जिस फर्म को ऑर्डर मिला, उसने किसी और फर्म की एफडीआर लगाई, जिससे फर्जीवाड़े की आशंका और भी गहराई है। अब जब ईओडब्लू की टीम जांच में जुटी है, तो नगर पंचायत से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका शक के घेरे में आ चुकी है।

नगर पंचायत चेयरमैन संतोष जायसवाल ने मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि “यह घोटाला हमारे कार्यकाल से पहले का है।”