अवैध अस्पतालों और पैथोलॉजी लैब्स का बढ़ता जाल, स्वास्थ्य विभाग की सख्ती बेअसर

महराजगंज। जिले में बिना पंजीकरण के अस्पताल और पैथोलॉजी लैब्स की भरमार है, जो हर माह करोड़ों का अवैध धंधा कर रहे हैं। इनमें से कई में योग्य चिकित्सक, आवश्यक मेडिकल उपकरण या भवन संबंधी ढांचा नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की सख्ती के बावजूद, ये संस्थान दलालों के मजबूत नेटवर्क के माध्यम से मरीजों को फंसाकर जांच से लेकर इलाज तक में शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, इन अवैध अस्पतालों की पोल तभी खुलती है जब कोई शिकायत दर्ज होती है, और कार्रवाई के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। पिछले साल भी कई कार्रवाइयां हुईं, लेकिन इस पर प्रभावी अंकुश नहीं लग सका।

छोटे-छोटे कस्बों और चौराहों पर नामी डॉक्टरों के बोर्ड लगाकर लोगों को गुमराह किया जाता है। शहर में ही हाल ही में बिना पंजीकरण के अस्पताल की ओटी सील की गई, जिसमें न तो डॉक्टर मिले और न ही प्रशिक्षित स्टाफ। सूत्र बताते हैं कि छापे की सूचना पहले ही लग गई थी, इस वजह से कोई नहीं मिला। इसी तरह, पैथोलॉजी लैब्स का भी हाल है; कई लैब्स में ठीक ढंग की मशीनें भी नहीं हैं, जिससे रिपोर्ट भी विश्वसनीय नहीं होती। जिम्मेदार अधिकारियों की मेहरबानी से ये अवैध अस्पताल और पैथोलॉजी लैब्स संचालित हो रहे हैं, जिससे हर माह करोड़ों का धंधा हो रहा है।