जिले में अनाथ या अर्ध-अनाथ बच्चों की पहचान शुरू, सहायता की प्रक्रिया तेज

महराजगंज। जिले में ऐसे बच्चों की पहचान की जा रही है जिन्होंने कोविड या अन्य कारणों से अपने माता-पिता में से एक या दोनों को खो दिया है। ऐसे बच्चे जिन्हें समाज और शासन की विशेष सहायता की जरूरत है, उनके लिए प्रशासन ने सर्वे और सहायता की प्रक्रिया तेज कर दी है।

जिलाधिकारी के निर्देश पर बाल कल्याण समिति, बाल संरक्षण इकाई और चाइल्डलाइन की टीम द्वारा गांव-गांव जाकर सर्वे किया जा रहा है। जिन बच्चों के मां-बाप दोनों नहीं हैं या केवल एक अभिभावक जीवित है, उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जैसे कि छात्रवृत्ति, बाल सहायता योजना, या शैक्षणिक सहायता। प्रशासन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी बच्चा शिक्षा और देखभाल से वंचित न रहे। इस अभियान के तहत स्कूलों और ग्राम प्रधानों से भी ऐसे बच्चों की जानकारी मांगी गई है।