परीक्षा के दौरान अगर बिगड़ी तबियत तो परीक्षा केंद्र पर ही मिल जायेगा इलाज

महराजगंज। माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड की परीक्षा 24 फ़रवरी से शुरू होने को है। इस बार परीक्षा में परीक्षार्थियों, शिक्षकों व कार्मिकों के स्वास्थ्य का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा। परीक्षा के दौरान यदि किसी परीक्षार्थी, शिक्षक या कर्मी की तबीयत बिगड़ेगी तो उनका तुरंत इलाज भी शुरू हो जाएगा। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सभी परीक्षा केंद्रों पर चिकित्सा सुविधा कराने का निर्देश दिया है।

इसके क्रम में डीएम अनुनय झा ने सभी केंद्र व्यवस्थापकों को चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा 24 फरवरी से एक साथ हो रही है। इसके लिए 111 विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इन केंद्रों पर हाईस्कूल के 39924 परीक्षार्थी व इंटरमीडिएट के 34744 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा कराने के लिए सैकड़ों कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई जा रही है।

अक्सर देखा जाता है कि परीक्षा के दौरान किसी न किसी परीक्षा केंद्र पर किसी परीक्षार्थी की तबीयत बिगड़ जाती है। जिससे केंद्र व्यवस्थापक को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। कई मामलों में तो अस्तपाल भेजना पड़ता है। इस समस्या से निजात पाने के लिए इस बार परीक्षा केंद्रों पर ही प्राथमिक इलाज की व्यवस्था को मुकम्मल किया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सभी परीक्षा केंद्रों पर प्राथमिक चिकित्सा की उपलब्धता का निर्देश दिया है। डीएम के निर्देश के क्रम में केंद्रों पर व्यवस्था की जा रही है।

यूपी बोर्ड की परीक्षा में परीक्षार्थियों को तैयारी करने में कोई दिक्कत न हो इसके लिए इसके लिए परीक्षा शुरू होने से लेकर समाप्ति तक एक माह तक निर्बाध बिजली मिलेगी। इसके लिए शासन ने दिशा निर्देश जारी किया है।

24 फरवरी से होने वाली हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में प्रधानाचार्य, कक्ष निरीक्षक व कार्मिक की बीमारी का बहाना नहीं चलेगा। बोर्ड ने बीमारी का हवाला देकर अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र देने वाले प्रधानाचार्य, शिक्षक व कक्ष निरीक्षक का सीएमओ से अस्वस्थता का चिकित्सा प्रमाण पत्र के बिना अवकाश स्वीकृत नहीं करने का निर्देश दिया है। इसके क्रम में डीआईओएस ने सीएमओ को पत्र जारी कर अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र देने वालों का सम्यक परीक्षण के बाद ही बीमारी प्रमाण पत्र जारी करने को कहा है।

यूपी बोर्ड की परीक्षा में परीक्षा केंद्रों पर प्राथमिक चिकित्सा का भी इंतजाम रहेगा। इसके लिए सभी केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिया गया है। किसी के आकस्मिक बीमार होने पर तुरंत इलाज की सुविधा मिलेगी।